Russia Ukraine news: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच यूक्रेन सरकार की तरफ से ब्लैकलिस्ट किए गए लोगों की एक सूची जारी की गई है। इस लिस्ट में शामिल लोगों पर रूसी प्रोपैगंडा फैलान का आरोप है। बता दें कि इसमें भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) के चीफ पी.एस. राघवन का भी नाम है।
जिन तीन भारतीय के नाम इसमें शामिल हैं, उनमें राघवन, अमेरिका स्थित लेखक और कांग्रेस पार्टी के पूर्व सलाहकार सैम पित्रोदा, और अनुभवी पत्रकार सईद नकवी हैं। इन सभी ने इस सूची को खारिज कर दिया है। यह सूची यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ज़ेलेंस्की की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद (NSDC) ने जारी की है।
द हिंदू ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि यह एक चूक हो सकती है लेकिन यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस सूची में शामिल लोगों को “रूसी एजेंट करार देते हुए लिस्ट को सही ठहराया है। इसके अलावा इन लोगों के खिलाफ प्रतिबंधों की धमकी दी है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने यूक्रेनी सरकार की इस सूची पर किसी तरह की टिप्पणी करने से मना कर दिया। यह लिस्ट पहली बार 14 जुलाई को सामने आई थी।
इस लिस्ट में लगभग 75 नाम शामिल हैं। बता दें कि पी एस राघवन को हाल ही में सरकार ने एनएसए अजीत डोभाल के तहत आने वाली एनएसएबी प्रमुख के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है। यह उनका तीसरा कार्यकाल है। राघवन 2014 से 2016 तक रुस में भारत के राजदूत के रूप में भी रह चुके हैं। उन्हें एक बयान, ‘यूक्रेन रूस के खिलाफ नाटो की तरह है’ को यूक्रेन की ब्लैकलिस्ट में रखने की वजह बताया गया है।
बता दें कि रूस का समर्थन करने वालों पर यूक्रेन लगातार निगरानी करता है। उनके ऐसे तथ्यों को देखते हुए लोगों को रूस का एजेंट मानता है। इस सूची में शामिल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और मनमोहन सिंह के सलाहकार रह चुके सैम पित्रोदा का भी नाम शामिल है।
दरअसल सैम पित्रोदा ने एक बयान में कहा था कि दुनिया को रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ समझौता करना चाहिए। माना जा रहा है कि इस बयान के चलते उन्हें यूक्रेन ने ब्लैकलिस्ट किया है। हालांकि जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसकी कोई जानकारी नहीं है।