विश्विद्यालय अनुदाय आयोग (UGC) ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए पत्र लिखा है। यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज से इस अवसर पर बेसिक योग ड्रिल्स का प्रदर्शन करने को कहा है। यूनिवर्सिटीज को लिखे पत्र में यूजीसी ने कहा, ‘युवाओं में योग को बढ़ावा देने और दुनियाभर में योग के प्रसार में राष्ट्रीय गौरव की भावना का आह्वान करने को कहा गया है।’
इसमें संस्थानों से समर वेकेशन के दौरान छात्रों और शिक्षकों को आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध कराने को कहा है। इस संबंध में आयुष मंत्रालय की वेबसाइट yoga.ayush.gov.in पर 45 मिनट के योगा ड्रिल के क्रमवार वीडियो अपलोड किए गए हैं। संस्थान इनकी मदद ले सकते हैं। यूजीसी ने कहा है कि यूनिवर्सिटीज और कॉलेज योग दिवस के दिन आयोजित कार्यक्रम का विस्तृत विवरण यूजीसी की वेबसाइट ugc.ac.in पर भी अपलोड करें।
इस साल योग दिवस के आयोजन की जिम्मेदारी आयुष मंत्रालय के कंधों पर है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का यह पांचवा साल है। योग संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में इसकी शुरुआत की थी। योग दिवस पर सुबह 7 बजे से लेकर 8 बजे तक कार्यक्रम होगा। इसमें टीचर्स, छात्र व अन्य लोग हिस्सा लेंगे।
इसलिए 21 जून को मनाया जाता है योग दिवसः 21 जून को ग्रीष्म संक्राति होती है। ग्रीष्म संक्राति में साल का सबसे लंबा दिन होता है। इस दिन सूर्य धरती की दृष्टि से उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर चलना प्रारंभ करता है। इससे पहले 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने जनरल असेंबली में भारत की तरफ से पेश किए गए प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया गया था।
दिल्ली में मनाया गया था पहला योग दिवसः पीएम नरेंद्र मोदी ने 21 जून 2015 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पहली बार दिल्ली के राजपथ पर योग किया था। इस कार्यक्रम में 84 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इसके बाद 2016 में चंडीगढ़, 2017 में लखनऊ में मनाया गया था। वहीं, 2018 में उत्तराखंड के देहरादून में योग दिवस मनाया गया था। इस बार योग दिवस पर मुख्य कार्यक्रम रांची में मनाया जाएगा। पीएम 21 जून को रांची में मौजूद रहेंगे।
