Udhayanidhi Stalin Tamil Nadu Deputy CM: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपने बेटे उदयनिधि स्टालिन को अपनी कैबिनेट में प्रमोशन देते हुए उन्हें राज्य का डिप्टी सीएम बना दिया है। इसके साथ कैबिनेट में भी कुछ फेरबदल किया है और जेल से जमानत पर बाहर आए सेंथिल बालाजी को एक बार फिर से मंत्री बना दिया है। उन्हें राज्यपाल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है।

उदयनिधि स्टालिन ने अपने दादा और राज्य के पूर्व सीएम एम करुणानिधि को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है, उम्मीद हैं कि उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि बीते दिनों मुख्यमंत्री ने डिप्टी सीएम के तौर पर उनके नाम का ऐलान किया था, जिसके लेकर वे उनके आभारी हैं। अपने खिलाफ जारी आलोचनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि वे कोशिश करेंगे कि सभी के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करें।

बीजेपी ने की सीएम स्टालिन के फैसले की निंदा

स्टालिन सरकार में हुए इस फेरबदल को लेकर राज्य बीजेपी अध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने कहा कि वे मंत्री पद के लिए परिपक्व ही नहीं है, मुख्यमंत्री बनना तो बहुत दूर की बात है। उन्होंने उदयनिधि के सनातन धर्म वाले बयान का जिक्र किया कि वे सनातन को अपमानित करते हैं। उन्होंने कहा कि जो कहता है कि सनातन धर्म को मिटा देंगे, उसे मुख्यमंत्री बनाना क्या उचित होगा।

उदयनिधि की ‘ताजपोशी’ पर बीजेपी उठा रही सवाल, तमिलिसाई ने पूछा- ये लोकतंत्र है या वंशवाद…

सनातन को लेकर क्या बोले थे उदयनिधि स्टालिन?

गौरतलब है कि पिछले साल उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था, और इसकी तुलना कीट पतंगों तक से कर डाली थी। उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि कुछ चीजों को सिर्फ विरोध ही नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें जड़ से खत्म किया जाना चाहिए। हमें डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोनावायरस का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे खत्म करना ही होगा। उनके इस बयान ने पूरे देश में बवाल मचा दिया था और बीजेपी समेत कई राजनीतिक दलों ने उनके इस बयान की निंदा की थी।

DMK में स्टालिन के उत्तराधिकारी होंगे उदयनिधि स्टालिन?

ऐसे में यह माना जा रहा है कि राज्य की राजनीति में बीजेपी ज्यादा आक्रामक हो सकती है और स्टालिन सरकार पर उसके हमले बढ़ सकते हैं। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सीधे तौर पर यह भी ऐलान कर दिया है कि डीएमके में उनके बाद पार्टी के सर्वेसर्वा यानी नंबर दो उदयनिधि स्टालिन ही होंगे। यह देखना होगा कि स्टालिन का यह संकेत डीएमके में वरिष्ठ नेताओं के बीच क्या असर डालता है।