बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सीएम उद्धव को लेकर मजेदार टिप्पणी की जो अंधभक्तों को रास नहीं आएगी। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा-लगता है उद्धव ठाकरे मॉडल सीएम बन गए हैं। स्वामी ने कहा कि पीएम मोदी के बाद केंद्र के प्रवक्ता ने भी महाराष्ट्र के सीएम की तारीफ में दो शब्द बोले हैं। ये बात तो वो पहले से बोल रहे थे।
स्वामी यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने बीजेपी की ट्रोल आर्मी को निशाना बनाते हुए कहा कि पहले जब ये बात उनके द्वारा कही गई तो इन अंध और गंध भक्तों ने उनकी आलोचना में जमीन-आसमान एक कर दिया था। वो उन पर ऐसे झपट्टा मार रहे थे जैसे कोई डरा हुआ सियार पलटवार करते देखा जाता है। उनका सवाल था कि अब ये लोग कहां हैं।
सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने स्वामी का समर्थन किया। उनका कहना था कि स्वामी जो कहते हैं वो सच के बेहद करीब होता है। लेकिन बीजेपी के नेता उनकी बात का सम्मान इस वजह से नहीं करते क्योंकि उन्हें सच सुनने की आदत नहीं है। कुछ का कहना था कि स्वामी को ऐसे लोगों की परवाह किए बगैर अपना काम करते रहना चाहिए। देश हित में सच बोलने से गुरेज नहीं करना चाहिए।
Judging by Modi’s, and today Union Government Spokesperson’s praise for Mumbai’s tackling of Coronavirus menace, it seems UT has become a model CM. This is what I said first and then Andh& Gandh Bhakts howled like frightened jackals. Where are they now? Back to city sewer?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 11, 2021
Yes, @OfficeofUT turning out to be one of the best CMs. The way he handled COVID in his state is praiseworthy.
— V D Sarma (@veedeesarma) May 11, 2021
फ़रवरी और मार्च के महीने में किस राज्य के कुप्रबंधन से ये आपदा पूरे देश में फैली है ये सभी को पता है।वह दो राज्य महाराष्ट्र और केरल हैं आक़णे गवाह है बोलने की ज़रूरत नहीं है।
— आलोक सिंह गहरवार (@alokgaharwar) May 11, 2021
उधर, कुछ यूजर्स ने स्वामी को नसीहत भी दी। सवरेन के हैंडल से ट्वीट किया गया- बुढ़ापे में इतनी राजनेतिक लालसा अच्छी नहीं है साहेब जो एक हिंदू विरोधी ओर संतो को मरवाने वाले का भी आप अपने मुंह से गुणगान करे, हमें तो आपसे निराशा ही हुई इस प्रकार के ट्वीट देख के। हमने आपको एक कट्टर हिंदू भक्त समझा था। ठीक है राज्यसभा से सीट मिले न मिले पर इस तरह जी हजूरी नही करो।
आलोक गहरवार ने लिखा-फ़रवरी और मार्च के महीने में किस राज्य के कुप्रबंधन से ये आपदा पूरे देश में फैली है ये सभी को पता है। वह दो राज्य महाराष्ट्र और केरल हैं आंकड़े गवाह हैं बोलने की ज़रूरत नहीं है। राकेश के सिंह ने लिखा-मुश्किल ये नहीं सर जी, ये है की किसी ने जरा अच्छा काम किया तो हम उसे सर पर उठा कर घुमने लगते है, और जरा सी दिक्कत हुई बस शुरु के ये क्यों नही किया और वो क्यों नहीं किया? और माफ़ करना सर, आप भी ये करते हो।
मृत्युंजय आनंद ने स्वामी की भाषा पर टिप्पणी कर कहा- किसी भी भारतीय भाषा में ट्वीट करने में शर्म क्यों आती है आप लोगो को? वो भी तब जब आप जानते हैं के देश की 80-90% जनता अंग्रेजी नहीं समझती है। आप भारत की जनता को संबोधित कर रहे हैं न कि यूरोप की जनता को। जब आप जैसे नेता भारतीय भाषा को अपनाएंगे तब आम जनता अपनाएगी।