Uddhav Thackeray Meets Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में चुनावी नतीजों के बाद से ही सीएम देवेंद्र फडणवीस और विपक्ष के नेता उद्धव ठाकरे के बीच में तकरार देखने को मिल रही थी, शपथ ग्रहण समारोह से भी क्योंकि पूर्व सीएम ने दूरी बना ली, ऐसे में कई तरह की अटकलें लगाई गईं। लेकिन अब जब मंत्रालयों को लेकर डिप्टी सीएम शिंदे नारजा बताए जा रहे हैं, दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे ने सीएम फडणवीस से मुलाकात कर ली है।
आखिर चल क्या रहा है?
यह अलग बात है कि इस मुलाकात को लेकर सभी अटकलों को शांत करने का काम पहले ही कर दिया गया है। जोर देकर बोला गया है कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट थी और साथ मिलकर जनता का काम किया जाए, इस वजह से मिला गया। इस बैठक को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह सिर्फ एक सद्भावना मुलाकात थी, यह सच है कि हम चुनाव नहीं जीत पाए, महागठबंधन चुनाव जीत गया था। अब हमे उम्मीद है कि महाराष्ट्र के हित, जनता के हित में काम होगा। हम भी जनता के जरिए उनकी आवाज उठाते रहेंगे।
आदित्य ने बड़ी बात बोल दी
इस मुलाकात को लेकर आदित्य ठाकरे ने भी एक बयान दिया है। उनका कहना है कि माना हम विपक्ष में बैठे हैं और वो सत्ता पक्ष में, लेकिन आखिर काम सभी को जनता का ही करना है, हम सभी जनता द्वारा ही चुनकर आए हैं। हमारी अपेक्षा रहेगी सरकार हमारी बात भी सुने और विकास के कार्य ठीक तरह से आगे बढ़ते रहे। अब जानकारी के लिए बा दें कि इस बार के चुनाव में महायुति ने सभी को चौकाते हुए अप्रत्याशित जीत दर्ज की।
महाराष्ट्र के चुनावी नतीजे
महायुति के खाते में 230 सीटें गईं, वहीं महा विकास अघाड़ी का आंकड़ा 50 सीटें भी नहीं छू पाया। महाराष्ट्र के चुनावी इतिहास में पहली बार किसी गठबंधन को ऐसा प्रचंड जनादेश मिला था। विपक्ष ने तो सामने इसे ईवीएम का नतीजा बता दिया था, सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर कर दी गई, लेकिन हर दल इस पर साथ नजर नहीं आ रहा। कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि ईवीएम पर रोने से कुछ नहीं होने वाला है। उनका पूरा बयान जानने के लिए यहां क्लिक करें