महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने कहा है, “महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना चीफ सूबे के लिए किसी संकट से कम नहीं है। इसी संकट को दूर करने के लिए दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में लगभग 5000 साल पुराने हनुमान मंदिर में हमने हनुमान चालीसा पाठ किया।”
दरअसल, शनिवार (14 मई, 2022) को वह गले में रामनामी पटका डालकर पैदल अपने समर्थकों के साथ मंदिर पहुंचीं। वहां उन्होंने मंदिर में पहले चालीसा पाठ किया। फिर बजरंगबली की आरती उतारी। यही नहीं, राणा ने ठाकरे को “निराशाजनक” और “हारा हुआ सीएम” करार दिया।
रोचक बात है कि राणा दंपति की ओर से यह हनुमान चालीसा पाठ तब किया गया, जब 14 मई को महाराष्ट्र के सीएम की विशाल जन सभा होनी है। वहीं, शिवसेना के सीनियर नेता और उसके मुखपत्र दैनिक सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, “लगता है मैदान में फिर से उतरना पडे़गा। कूछ लोग हमारा अंदाज भूल गए हैं। जय महाराष्ट्र! आज क्रांतिकारी दिवस!” राउत ने इस ट्वीट के साथ उद्धव के साथ अपना फोटो भी शेयर किया।
बाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान वह बोले- आज दो-ढाई साल बाद इस तरह की रैली मुंबई में होने जा रही है। लाखों लोग इसमें आएंगे। उद्धव ठाकरे का संबोधन सुनेंगे। कौन सी दिशा, कौन सी भूमिका उद्धव ठाकरे लेने वाले हैं। पूरा देश जानना चाहता है। ये ऐतिहासिक और क्रांतिकारी रैली होगी।
नवनीत खुद को हनुमान भक्त बताती हैं। उनका दावा है कि वह कुछ रोज पहले जब जेल में थीं, तब वह वहां पर भी हनुमान चालीसा का पाठ किया करती थीं। सक्रिय राजनीति में आने से पहले वह फिल्मों में काम कर चुकी हैं, जबकि उनके पति रवि राणा मौजूदा समय में विधायक हैं।
वैसे, यह पहला मौका नहीं है, जब राणा दंपति ने महाराष्ट्र सीएम के खिलाफ हनुमान चालीसा के बहाने ताल ठोंकी हो। कुछ रोज पहले उन्होंने सीएम के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पाठ करने का ऐलान किया था, पर उनके घर के बाहर शिवसैनिकों के हंगामे की वजह से वे लोग वहां जा नहीं पाए थे। उद्धव के खिलाफ हुंकार भरने को लेकर बाद में राणा दंपति को जेल भी जाना पड़ा था।