महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बागी नेताओं के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। उन्होंने 5 बागी नेताओं को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट से बाहर कर दिया है। यह नेता अपने ही दल और गठबंधन के उम्मीदवारों के खिलाफ खड़े हुए थे। पार्टी की ओर से इन्हें चेतावनी दी गई थी कि अगर उन्होंने अपना नामांकन वापस नहीं लिया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
किन नेताओं के खिलाफ हुआ एक्शन
उद्धव ठाकरे ने जिन नेताओं को पार्टी से बाहर किया है उनमें भिवंडी पूर्व के विधायक रूपेश म्हात्रे, विश्वास नांदेकर, चंद्रकांत घुगुल, संजय अवारी और प्रसाद ठाकरे शामिल हैं। बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन था। उद्धव ठाकरे ने इन्हें नामांकन वापस लेने के लिए अल्टीमेटम भी दिया था। हालांकि इसके बाद भी इन नेताओं ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। सूत्रों के मुताबिक कुल 14 बागी उम्मीदवार महाविकास अघाड़ी की ओर से चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने अपने 7 बागी नेताओं को मना लिया। इन्होंने अपना नाम वापस ले लिया।
बागियों को मनाना बड़ी चुनौती
MVA यानी महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन के नेता नामांकन वापसी की अंतिम तिथि तक बागी उम्मीदवारों को मनाने में जुटे रहे। जानकारी के मुताबिक मुंबई में बोरीवली से गोपाल शेट्टी और अंधेरी ईस्ट से स्वकृति शर्मा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। माहिम सीट से वर्तमान विधायक और शिंदे सेना के उम्मीदवार सदा सरवनकर ने अपना पर्चा वापस लेने से इनकार कर दिया। इस सीट से एमएनस से राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे पहली बार मैदान में हैं। इसके अलावा माहिम सीट पर यूबीटी सेना से महेश सावंत उतरे हैं। महाराष्ट्र में 288 सीटों के लिए एक ही चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होगी।