जिस रेलवे ट्रैक का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल जनवरी में उद्घाटन किया था उसपर सिर्फ दो लोग सफर करते हैं। 115 करोड़ की लागत से बने इस ट्रैक पर रेलवे को ट्रेन चलाकर प्रतिदिन मात्र 20 रुपए ही हाथ लगते हैं। यह ट्रैक ओडिशा स्थित बलांगीर-बिछुपाली रेलवे लाइन पर है। यह 289 किलोमीटर लंबी बलांगीर-खुर्दा लाइन का हिस्सा है। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी में यह बात सामने आई है।
दरअसल आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत कुमार पांडा ने एक आरटीआई दायर कर इस ट्रैक को लेकर जानकारी मांगी थी। जब उन्हें आरटीआई के तहत जवाब मिला तो वह चौंक गए। आरटीआई में सामने आया कि बलांगीर-बिछुपाली रेलवे लाइन पर औसतन दो लोग ही सफर करते हैं। हालांकि रेलवे की तरफ से कहा गया है कि इस लाइन पर मुनाफे और घाटे को लेकर अभी से कुछ भी कहना गलत होगा।
ईस्ट कोस्ट रेलवे के पीआरओ चीफ जेपी मिश्रा ने कहा है कि अभी से आकलन करना सही नहीं। रेवन्यू में जल्द बढ़ावा होगा क्योंकि संबलपुर-टिटलागढ़ लाइन का काम पूरा होने वाला है। वहीं बलांगीर-बिछुपाली लाइन को सोनपुर तक जोड़ा जा रहा है। ऐसा होने पर बड़ी संख्या में यात्रियों को लाभ होगा। जब एक स्टेशन को खोला जाता है तो शुरुआत में उसपर कम यात्री ही सफर करते हैं और आमतौर पर ऐसा ही देखा गया है।’
बता दें कि तीन कोच वाली दो यात्री ट्रेनें बिछुपाली से बलांगीर के बीच चलती हैं। इन दोनों जगहों के दूरी 15 किलोमीटर है। पहली ट्रेन सुबह 6:30 बजे और दूसरी दोपहर 1:30 बजे रवाना होती है। 2011 की जनगणना के अनुसार, बिछुपाली में 15 लोगों का एक छोटा सा गांव है। रेलवे को उम्मीद है यह एक रणनीतिक स्टेशन होगा जब पूरी 289 किलोमीटर लंबी लाइन खुर्दा-बलांगीर लाइन बनती है।
