कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को करारी शिकस्त दी है। हार के बाद होना चाहिए था कि बीजेपी उन कारणों पर मंथन करती जिनकी वजह से वो सत्ता के शीर्ष पायदान तक नहीं पहुंच सकी। लेकिन फिलहाल पार्टी कलह से जूझ रही है। छोटे मोटे मनमुटाव तकरीबन हर जगह पर होते हैं अलबत्ता कर्नाटक में एक केंद्रीय मंत्री और विधायक के बीच रार इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि पार्टी नेतृत्व को दखल देने पर विवश होना पड़ रहा है।

जिन नेताओं के बीच रार चल रही है वो दोनों कर्नाटक की बिदर सीट से आते हैं। केंद्रीय मंत्री भगवंत कुंभा और विधायक प्रभु चौहान आपस में इस कदर गुत्थमगुत्था हो रहे हैं कि बीजेपी को भी शर्मसार होना पड़ रहा है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों के बीच टसल बीते कई सालों से है। लेकिन हाल के दिनों में ये कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। इतनी कि बीजेपी के राज्य नेतृत्व को इसमें दखल देने की जरूरत लग रही है।

विधायक ने कहा था- केंद्रीय मंत्री उनकी हत्या करवाना चाहते हैं

दरअसल कुछ समय पहले प्रभु चौहान ने केंद्रीय मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वो उनको मारने की साजिश रच रहे हैं। उनका कहना था कि आपके पास गुंडे हैं। आप कुछ भी कर सकते हैं। मरवा दीजिए हमें। बसवराज बोम्मई सरकार में मंत्री रहे चौहान का कहना है कि केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रोड पर जाकर गोली मार दो उसे। चौहान ने ये बात तकरीबन एक सप्ताह पहले कही थी। वो चार बार से विधायक बनते आ रहे हैं।

दूसरी तरफ कुंभा का कहना है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा। उनका कहना था कि वो उनके समर्थक कहेंगे तो विधायक पर 100 करोड़ का मानहानि का केस दायर कर सकते हैं। दूसरी तरफ चौहान का कहना है कि कानून केवल कुंभा का नहीं है। उन्होंने जो कुछ कहा है वो इसके लिए उनके ऊपर 200 करोड़ का मानहानि का दावा करेंगे। उधर कर्नाटक बीजेपी के एक नेता ने दोनों के बीच की टसल पर कहा कि नेतृत्व इसे लेकर गंभी है। दोनों के बीच एक मीटिंग कराई जाएगी, जिसमें उनके बीच के टकराव का खात्मा करने की कोशिश की जाएगी।