कालका से शिमला आ रही चार्टड ट्वॉय ट्रेन के तीन डिब्बे शनिवार को परवाणु के पास पटरी से उतर गए। इस हादसे में दो ब्रितानी महिलाओं की मौत हो गई और 18 अन्य विदेशी यात्री घायल हो गए। घायलों को चंडीगढ़ के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। रेलवे ने हादसे की जांच आयुक्त स्तर के अधिकारी से कराने के आदेश दिए हैं।
मृतकों के नाम 62 साल की मारिया टोनर और 60 साल की हैल्लड कोल्डर है। इस विशेष चार्टड ट्वॉय ट्रेन को कालका से शिमला के लिए ब्रिटेन के 39 पर्यटकों ने बुक कराया था। कालका से यह गाड़ी करीब पौने एक बजे शिमला के लिए रवाना हुई। दुर्घटना करीब एक बजे कालका से चार किलोमीटर दूर परवाणू के एचपीएमसी फैक्टरी के पास टकसाल नाम की जगह पर हुई। दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
ट्रेन में 39 पर्यटक सवार थे। इनमें से 16 लोग घायल हुए हैं। इन घायलों में तीन भारतीय भी हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। रेलवे के इंजीनियर जितेंद्र सिंह के मुताबिक आयुक्त स्तर की जांच के आदेश दिए गए हैं। उनके मुताबिक घायलों को चंडीगढ़ के अस्पतालों में भेजा गया है। हादसे में सुरक्षित बचे पर्यटक पंचकूला स्थित अपने होटल चले गए हैं।
हिमाचल प्रदेश जाने वाले सैलानी विशेष चार्टड ट्वॉय ट्रेन में घूमना पसंद करते हैं। कालका-शिमला रेल लाइन के बीच यह ट्रेन भारतीय रेलवे की तरफ से चलाई जाती है। पूरी ट्रेन करीब 25200 रुपए में बुक होती है। विदेशी सैलानियों में यह ट्रेन काफी लोकप्रिय है। यह ट्वॉय ट्रेन यूनेस्कों की विश्व विरासत की सूची में शामिल है। ट्वॉय ट्रेन 96 किलोमीटर की यह यात्रा 107 सुरंगों से गुजरती हुई 4 घंटे 45 मिनट में तय करती है।