मध्‍य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के दो भाजपा विधायक बुधवार (11 मई) को जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर जोबट कस्बे मे कृष्ण मंदिर के समीप धरने पर बैठ गए। दरअसल ताजा विवाद मंगलवार (10 मई) देर रात शुरु हुआ था जब कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने पुलिस बल के साथ जोबट पहुँचकर मुख्य मार्ग के डिवाइडर पर पिछले महीने रामनवमी पर लगाए गए भगवा ध्वज हटाए दिए, क्योंकि मुख्यमार्ग के सिओन चर्च में 12 मई से 3 दिवसीय स्थानीय आयोजन होने थे। प्रशासन को आशंका थी कि कहीं बीते सप्ताह की तरह झंडे को लेकर कोई विवाद फिर से ना हो इसलिए उसने यहां लगे भगवा झंडे हटा दिए।

मंगलवार (10 मई) की कार्रवाई के विरोध मे बुधवार (11 मई) सुबह से ही जोबट नगर बंद करवा दिया गया। दोपहर में भाजपा के अलीराजपुर विधायक नागर सिंह चौहान एवं जोबट के भाजपा विधायक माधो सिंह डावर संघ के जिला प्रचारक एवं समर्थकों के साथ अपनी ही सरकार के खिलाफ यहां कृष्ण मंदिर के समीप धरने पर बैठ गए। दोनों विधायकों की मांग है कि कलेक्टर एवं एसपी ने हिंदुओं की भावनाओं का अपमान किया है इसलिए दोनों अधिकारी जनमानस से माफी मांगे और प्रशासन फिर से मुख्य मार्ग पर भगवा ध्वज लगाए।

दूसरी तरफ जिला कलेक्टर शेखर वर्मा का कहना है कि नगर परिषद जोबट ने ही पत्र लिखकर झंडे हटाने के लिए पुलिस बल मांगा था, जिसके बाद मंगलवार (10 मई) को दोनों भाजपाई विधायकों की सहमति लेकर ही हमने कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए यह कार्रवाई की थी। फिलहाल आक्रोशित विधायक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठै हुए हैं और जोबट कस्बे में भी अनिश्चतकालीन बंद का आह्वान किया गया है।

इससे पहले जोबट में चर्च के सामने सड़क पर लगाए गए एक भगवा ध्वज को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाते हुए हिन्दूवादी संगठनों के लोगों ने चार मई की सुबह यहां चर्च के लैम्प तोड़ दिए थे। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।