देश में प्याज़ की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की जेब भारी कर दीं है। ऐसे में संसद में प्याज़ को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा दिया गया बयान लोगों को पसंद नहीं आया और उनकी हरतरफ आलोचना हो रही है। बुधवार को संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान एक सांसद ने प्याज के दाम में बढ़ोतरी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल किया। इस पर वित्त मंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा कि प्याज की बढ़ती कीमतों से व्यक्तिगत तौर पर उनपर कोई खास असर नहीं पड़ा है, क्योंकि उनका परिवार प्याज-लहसुन जैसी चीजों को खास पसंद नहीं करता है।

इस बयान से नाराज़ लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर कोसा। यूजर्स ने कहा कि जैसे आप प्याज़ नहीं खातीं वैसे ही आप गरीब भी नहीं हैं इसलिए आपको गरीबी से कोई फर्क नहीं पड़ता। निर्मला सीतारमण ने कहा ‘मैं बहुत ज्यादा प्याज-लहसुन नहीं खाती इसलिये चिंता न करें। मैं ऐसे परिवार से आती हूं, जिसे प्याज की कोई खास परवाह नहीं है।’

जैसे ही सीतारमण का ये बयान वायरल हुआ लोग उन्हें ट्विटर और फेसबुक में ट्रोल करने लगे। एक यूजर ने लिखा ‘बीजेपी को जीडीपी से कुछ लेना देना नहीं है क्योंकि वे पीडीपी के साथ हैं।’ एक अन्य यूजर ने लिखा ‘सीतारमण को गरीबी से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वो गरीब परिवार से नहीं आती हैं।’ एक ने लिखा ‘निर्मला को इकॉनमी की कोई चिंता नहीं क्योंकि वे इकॉनमी क्लास में यात्रा नहीं करतीं।’ एक ने उन्हें कहा ‘आप को किसनों की भी कोई चिंता नहीं क्योंकि आपका परिवार किसानी नहीं करता।’

बता दें संसद में प्याज़ पर चर्चा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिये कई कदम उठाये हैं जिनमें इसके भंडारण से जुड़े ढांचागत मुद्दों का समाधान निकालने के उपायम शामिल हैं। वित्त वर्ष 2019..20 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों के पहले बैच पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘प्याज के भंडारण से कुछ ढांचागत मुद्दे जुड़े हैं और सरकार इसका निपटारा करने के लिये कदम उठा रही है।’’ उन्होंने कहा कि खेती के रकबे में कमी आई है और उत्पादन में भी गिरावट दर्ज की गई है लेकिन सरकार उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये कदम उठा रही है।