आगामी लोकसभा व पांच राज्यों के चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपनी नई कार्यसमिति में नाखुश नेताओं को तो जगह दी ही है, लेकिन पहली बार पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा को समिति की मुख्य टीम में प्रतिनिधित्व मिला है। मल्लिकार्जुन खरगे की टीम में 12 नए चेहरे रखे गए हैं। हालांकि नई टीम के गठन से पहले ही महिलाओं समेत अन्य विशेष श्रेणियों को टीम में आधा प्रतिनिधित्व देने का वादा किया था जोकि टीम का स्वरूप बढ़ने के बाद भी पूरा नहीं हुआ है।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि आज तक कभी भी त्रिपुरा का प्रतिनिधित्व कांग्रेस टीम नहीं था। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की टीम त्रिपुरा से सुदीप राय बर्मन को जगह दी गई है, इन्हें बतौर विशेष आमंत्रित की श्रेणी में गया है। सुदीप राय त्रिपुरा में अगरतला से विधानसभा सदस्य हैं और चार बार बतौर विधायक अपनी जीत दर्ज करा चुके हैं। वे त्रिपुरा के प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और त्रिपुरा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

इसी प्रकार मुख्य टीम में पार्टी ने असम से लोकसभा सांसद गौरव गोगई को बतौर सदस्य पहली बार जगह दी है। वे असम की कलियाबोर सीट से कांग्रेस के सांसद है और पार्टी के सक्रिय नेताओं में शुमार हैं। कांग्रेस पार्टी के संविधान में संशोधन होने के बाद पार्टी एक बड़ी टीम के साथ सामने आई है। हालांकि पार्टी का दावा था कि नई टीम में महिलाओं समेत अनुसूचित जाति, जनजाति समेत महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। इसका असर टीम नहीं दिखा है।

इस बार श्रेणी में पदेन श्रेणी में सोनिया गांधी के अतिरिक्त अम्बिका सोनी, मीरा कुमार, प्रियंका गांधी, कुमारी शैलजा, दीपा दासमुंशी, प्रतिभा सिंह, मीनाक्षी नटराजन, फूलो देवी, रजनी पटेल, सुप्रिया श्रीनेत, प्रणीति शिंदे, अलका लांबा, नेटा डिसूजा शामिल हैं । अब से पूर्व कांग्रेस की कार्य समिति में अध्यक्ष समेत 25 सदस्यों को जगह दी जाती थी। इस बार सदस्यों की संख्या बढ़ाकर बढ़ाई है।

समिति में विशेषतौर पर आमंत्रित श्रेणी में भी नए सदस्यों को टीम में आने का मौका मिला है। समिति सदस्य गुरदीप सिंह सप्प्ल ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि समिति के कुल 84 सदस्यों में 12 अनुसूचित जाति, चार अनुसूचित जनजाति, 16 ओबीसी, नौ अल्पसंख्यक, 15 महिलाएं और 43 सामान्य श्रेणी के कार्यकर्ता शामिल हैं। उन्होंने सभी जातियों समेत महिलाओं का प्रतिनिधित्व 66.6 फीसद होने का दावा किया है।

इस बार की नई टीम में 12 से अधिक नए चेहरों को पार्टी ने टीम में शामिल किए है। वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि इस पहल से नए अनुभव को पार्टी से जोड़ा जा सकेगा और पार्टी की सूचना प्रणाली भी सुधारी जा सकेगी। बतौर समिति सदस्य पहली बार पी चिदंबरम को स्थान मिला है। वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक है।

इसके अतिरिक्त अशोक राव चव्हाण, चरणजीत सिंह चन्नी, शशि थरुर, ताम्रध्वज साहू, सचिन पायलट, जगदीश ठाकौर, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, कमलेश्वर पटेल जैसे अहम चेहरे हैं, जो कि पहली बार सदस्य के तौर पर टीम में रखे गए हैं। नई कार्यसमिति में शशि थरूर, आनंद शर्मा और सचिन पायलट को मिली जगह ने आश्चर्य में डाल दिया है क्योंकि इन नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को चुनौती दी थी।

लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र विभाकर शास्त्री ने टीम में जगह नहीं मिल पाने के बाद कहा कि शायद उनकी तपस्या में कोई कमी रह गई। इसी प्रकार आचार्य प्रमोद कृष्णम भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके है। उनका कहना था कि पार्टी के कुछ बड़े नेताओं को मेरी वेशभूषा और तिलक से चिढ़ है, जिन्हें मैं इस जन्म में नहीं छोड़ सकता हूं।