Triple Talaq Bill in Lok Sabha: तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) को रोकने के लिए लोकसभा में लाए गया विधेयक एक बार फिर से पास हो गया। हालांकि मतविभाजन के समय कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने तीन तलाक को फौजदारी मामला बनाने के प्रावधान का विरोध करते हुए सदन से वाकआउट किया। सदन में ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019’ पर चर्चा के बाद जब कानून मंत्री ने इसे पारित कराने का प्रस्ताव किया तो कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी तीन तलाक को फौजदारी मामला बनाने का विरोध करती है और सरकार विपक्ष की बात नहीं सुन रही है।

उन्होंने कहा कि हमारे बार बार कहने पर भी तीन तलाक को फौजदारी मामला बनाने का प्रावधान विधेयक में बनाए रखा गया है। हम इसके विरोध में सदन से वाकआउट करते हैं।कांग्रेस के अलावा द्रमुक, सपा, बसपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, नेशनल कांफ्रेंस, वाईएसआर कांग्रेस और आरएसपी के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।बाद में लोकसभा ने इस विधेयक को मंजूरी प्रदान की। इस विधेयक पर मतविभाजन के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी भी सदन में मौजूद थीं।

Live Blog

22:00 (IST)25 Jul 2019
तीन तलाक बिल पास

लोकसभा में फौरन तीन तलाक को अपराध बनाने वाला बिल गुरुवार को पास हो गया। इस बिल में यह प्रावधान है फौरन तीन तलाक देने पर पति को तीन साल तक कैद की सजा हो सकती है।

16:54 (IST)25 Jul 2019
ओवैसी बोले महिला विरोधी है ट्रिपल तलाक बिल

हैदराबाद से सांसद अकबरुद्दीन ओवैसी   का कहना  है कि ट्रिपल तलाक बिल महिला विरोधी है। तीन तलाक बिल के विरोध में ओवैसी ने कहा कि इससे महिला पर बोझ बढ़ेगा, क्योंकि अगर शौहर जेल में चला जाएगा तो फिर महिला को पैसा कौन देगा।

16:25 (IST)25 Jul 2019
जदयू नहीं करेगी तीन तलाक का समर्थन

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता राजीव रंजन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी तीन तलाक बिल का समर्थन नहीं करेगी। ऐसा करने से एक खास समुदाय के लोगों के बीच अविश्वास उत्पन्न होगा।

15:33 (IST)25 Jul 2019
समर्थन करने लायक बिल नहीं लाई सरकारः दानिश अली

बसपा के दानिश अली ने कहा कि यदि सरकार समर्थन करने लायक बिल लाती हो हम आम राय से इस बिल का समर्थन करते। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी महिला सशक्तिकरण के मामले में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि सरकार क्यों इस सिविल ऑफेंस को क्रिमिनल ऑफेंस बना रही है।

15:13 (IST)25 Jul 2019
यह कानून समाज के मन में अविश्वास पैदा करेगाः जदयू सांसद

जदयू के सांसद राजीव रंजन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी विवादास्पद मुद्दे के साथ नहीं है। सिंह ने कहा कि यह बिल समाज के मन में अविश्वास पैदा करेगा। उन्होंने  कहा कि पति-पत्नी का रिश्ता आपसी सहमति और विश्वास का होता है। इसलिए इसे कानून के जरिये नहीं रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस बारे में समुदाय विशेष को निर्णय लेने अधिकार होना चाहिए। सिंह ने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर हड़बड़ी से काम नहीं लेना चाहिए। उन्होंने धारा 370, अयोध्या, समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दों का भी जिक्र किया।

14:42 (IST)25 Jul 2019
बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेजा जाएः सुदीप बंधोपाध्याय

टीएमसी ने तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान इसे सेलेक्ट कमेटी को भेजने की बात कही। टीएमसी सांसद सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा कि सशक्तिकरण सिर्फ मुस्लिम महिलाओं  का नहीं बल्कि सभी समुदाय की महिलाओं का होना चाहिए। उन्होंने बिल में सजा के प्रावधान पर आपत्ति व्यक्त की। इससे पहले संसद के बाहर कांग्रेस के प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा  कि हम बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने के लिए कहेंगे। भट्टाचार्य ने कहा है कि इस बिल का लेजिस्लेटिव स्क्रूटनी होना चाहिए।

14:11 (IST)25 Jul 2019
ये इस्लाम में दखल देने की कोशिशः पीडीपी

पीडीपी ने भी तीन तलाक बिल का विरोध करने का फैसला किया है। पार्टी का कहना है कि सरकार का यह कदम इस्लाम मे दखल देने की कोशिश है। डीएमके और राष्ट्रीय  जनता दल भी इस बिल के विरोध में है।

14:06 (IST)25 Jul 2019
घरेलू हिंसा बिल अधिक प्रभावशाली, मुस्लिम महिलाएं भी शामिलः कनिमोझी

डीएमके सांसद कनिमोझी ने तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि यदि तीन तलाक देने पर पति को जेल भेज देंगे तो परिवार के भरणपोषण और बच्चे की शिक्षा का क्या  होगा। उन्होंने कहा कि क्या सरकार का यह बिल घरेलू हिंसा कानून से अधिक मजबूत है। उन्होंने कहा घरेलू हिंसा कानून पहले ही काफी मजबूत है और उसमें मुस्लिम महिलाएं  भी शामिल हैं।

13:56 (IST)25 Jul 2019
तलाक मामले में हिंदू, ईसाई को सजा क्यों नहींः आरएसपी सांसद

तीन तलाक पर बहस के दौरान रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी)के सांसद एनके प्रेमचंद्रन ने कहा कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के खिलाफ है। प्रेमचंद्रन ने कहा कि  आप क्यों नहीं तलाक देने पर हिंदू या ईसाई को सजा का प्रावधान करते हैं?

13:21 (IST)25 Jul 2019
तीन तलाक के 345 मामले सामने आएः रवि शंकर प्रसाद

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से 24 जुलाई 2019 तक 345 मामले सामने आए हैं। केंद्रीय विधि मंत्री ने कहा कि अखबार में तीन तलाक के कई मामलों का जिक्र किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा 20 इस्लामिक देशों ने तीन तलाक के मामले में बदलाव किया है।

12:52 (IST)25 Jul 2019
सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दियाः प्रसाद

सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्या हम अपनी मुस्लिम बहनों को ऐसे ही छोड़ सकते हैं। प्रसाद ने कहा कि लैंगिक समानता केंद्र सरकार की प्राथमिकता है।

12:38 (IST)25 Jul 2019
परिवारों को तोड़ने वाला है बिलः पुनिया

कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने तीन तलाक बिल का विरोध किया है। पुनिया ने कहा कि यह बिल परिवारों को तोड़ने वाला है। वहीं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि  सरकार इस बिल को जरूरी बदलाव के बाद फिर से पेश कर रही है।

12:12 (IST)25 Jul 2019
लोकसभा में जल्द शुरू होगी तीन तलाक बिल पर चर्चा

लोकसभा में तीन तलाक बिल पर जल्द ही चर्चा शुरू होने वाली है। कांग्रेस का कहना है कि वह बिल के मौजूदा स्वरूप से सहमत नहीं है। विपक्षी दल बिल में तीन तलाक देने पर अपराधी ठहराने वाले प्रावधान पर सहमत नहीं हैं।

11:52 (IST)25 Jul 2019
लोकसभा, राज्यसभा में तीन तलाक समेत 5 बिल होंगे पेश

लोकसभा में बृहस्पतिवार को तीन तलाक के अलावा दो अन्य बिल पेश किए जाएंगे। इनमें अंतरराज्यीय जल विवाद (संशोधन) बिल, 2019, नेशनल मेडिकल कमिशन बिल, 2019, डीएनए टेक्नोलॉजी (यूज एंड एप्लिकेशन) रेगुलेशन बिल, 2019 बिल पेश किए जाएंगे। वहीं, राज्यसभा में आरटीआई (संशोधन) बिल, 2019 और दीवाला और दिवालियापन कोड (संशोधन) बिल, 2019 पेश किया जाएगा।

11:24 (IST)25 Jul 2019
हम बिल का कड़ा विरोध करेंगेः के. सुरेश

कांग्रेस सांसद के. सुरेश का कहना है कि जहां तक तीन तलाक बिल की बात है, इसके आपराधिक क्लॉज का पुलिस और सरकार द्वारा दुरुपयोग किया जा सकता है। इसलिए हम इस बिल का कड़ा विरोध करेंगे। इससे पहले सुरेश ने कहा था कि सरकार ने बिना विपक्ष को जानकारी दिए बुधवार रात तीन तलाक बिल को आज के एजेंडे में लिस्ट करा दिया।

11:03 (IST)25 Jul 2019
तीन तलाक बिल को स्टैंडिंग कमेटी को भेजा जाए

एनडीए की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने सरकार की तरफ से पेश किए जाने वाले तीन तलाक बिल का विरोध करने का फैसला लिया है। पार्टी का कहना है कि इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी को भेजा जाए। पार्टी का कहना है कि तीन तलाक का अपराधीकरण होने के बाद पीड़ित महिलाओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।