देश के सबसे बड़े वायुसेना अड्डा ‘हिंडन एयरबेस’ में गुरूवार देर रात पठानकोट सरीके की चूक दर्ज हुई। यह अलग बात रही कि दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले स्थित वायुसेना के इस अड्डे में खुन खराबा नहीं हुआ लेकिन कड़ी चौकसी के बावजूद संदिग्ध दीवार फांदकर एयरबेस में प्रवेश करने में सफल हो गया। फिलहाल संदिग्ध अभी तक सेना के ही कब्जे में है। और राज बाहर आने हैं।
सूत्रों का कहना है कि सोनू बीती रात दो बजे एयरफोर्स के गेट नंबर पांच के पास देखा गया था। इसके बाद सेना हरकत में आई। पुलिस को हिंडन के बाहर की घेराबंदी सौंपी गई, और सेना ने अंदर की कमान संभाली। पूरा अपरेशन गुप्त रखा गया और बाहर ‘माक ड्रील’ की बात बताई गई। जबकि सेना को पता था कि संदिग्ध हवाई अड्डे के भीतर मौजूद हैं। हवाई अड्डा के भीतर जवान ठीक उसी रणनीति पर काम कर रहे थे जैसे पठान कोट के हमले के वक्त। कहना न होगा कि ‘हिंडन एयरबेस’ में चोटी के लड़ाकू विमान मौजूद हैं और उनकी हिफाजत अपरेशन का अहम पहलू था। बेस के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई । इसके साथ ही यहां चलने वाले स्कूल आदि में छुट्टी कर दी गई। पूरी तस्दीक के बिना अधिकारी इस मामले में आधिकारिक बयान से बचते रहें।
शुक्रवार करीब 12 बजे गाजियाबाद के पुलिस अधिक्षक ने अपरेशन खत्म होने की पुष्टि की। गाजियाबाद के एसएसपी ने बताया कि रात खबर मिली कि कोई संदिग्ध दीवार फांदकर एयरबेस में प्रवेश कर गया है। एयरफोर्स ने इसके लिए रात करीब दो बजे सर्च अभियान शुरू किया। छह घंटे के अभियान में एक संदिग्ध कैंपस के अंदर मिला। इसका नाम सोनू है। जोकि लोनी का रहने वाला है। इसकी उम्र करीब 25 साल है।
दिल्ली से गिरफ्तार हुए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों में एक लोनी रह चुका है।
लोनी रहकर ही इस आंतकी ने हिंडन एयरबेस की रैकी की थी। इस आतंकी से ही सोनू का जुड़ाव बताया जा रहा है। सेना के सूत्रों की माने तो सोनू की गिरफ्तारी के बाद भी सर्च आॅपरेशन जारी रहा था। दोपहर 11 बजे आॅपरेशन बंद किया गया। सशस्त्र आंतकवादी न मिलने से सेना व पुलिस ने राहत की सांस ली लेकिन संदिग्ध का दाखिल हो जाना ही बड़ा सवाल छोड़ गया है। सुत्रों का कहना है कि इस हवाई अड्डे के एक तरफ करहेड़ा गांव के पास एयरबेस की चहरदीवार नहीं है। इसे एयरबेस की सुरक्षा के लिए बड़ी चूक माना जा रहा है।
इसके अलावा कई जगह एयरबेस की चारदीवारी छोटी है। दरअसल एयरबेस के किनारे घनी आबादी बस गई है। दो से तीन मंजिला मकान भी बन गए हैं। इन मकानों से आसानी से एयरबेस के कैंपस में फांदा जा सकता है। पहले भी कई बार संदिग्ध एयरबेस में घुसे हैं। तब से एयरबेस की चरदीवारी को ऊंचा करने की बात हुई है मगर सूत्रोंं की मानें तो इस मामले की फाइल अभी रक्षा मंत्रालय में ही अटकी हुई है।
बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े तीन आतंकियों को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बुधवार को गिरफ्तार किया था। खुफिया एजंसियों के सूत्रोंं के मुताबिक हिंडन एयरबेस को निशाना बनाने के लिए आतंकवादी लोनी और आस-पास के अन्य इलाकों में रह रहे हैं। उन्होंने हिंडन एयरबेस के आसपास के इलाकों की रेकी भी की है। इस सूचना के बाद हिंडन एयरबेस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।