रेलवे ने रविवार को अपने विभिन्न जोन को निर्देश दिया कि वे लोको पायलट को विवादास्पद ‘जर्मन ब्रेकिंग सिस्टम’ से लैस ट्रेन में निर्धारित गति सीमा का पालन करने का निर्देश दें। एक दिन पहले एक प्रारंभिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि सुल्तानपुर में टक्कर होने का कारण दोषपूर्ण ‘ब्रेक सिस्टम’ हो सकता है। इसने विभिन्न जोन को लोको पायलट की ब्रेकिंग तकनीक की निगरानी करने का भी निर्देश दिया है।
जर्मन निर्मित ‘बोगी माउंटेड ब्रेक सिस्टम’ (बीएमबीएस) से लैस मालगाड़ियों से जुड़ी कई शिकायतों और दुर्घटनाओं के बाद, रेलवे जोन को पिछले साल ट्रेन की अधिकतम गति को निर्धारित करने का निर्देश दिया गया था। सुल्तानपुर जिले के दक्षिणी केबिन के पास गुरुवार को दो मालगाड़ियों की आपस में टक्कर हो गई थी।
एक प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि दुर्घटना में शामिल ट्रेन में से एक ट्रेन 65 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल रही थी, जिसमें नीचे की ओर ढाल थी और ब्रेक में खामियां थीं। एसपीएडी (सिग्नल पास्ड ऐट डेंजर) के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेलवे ने रविवार को विभिन्न जोन के लिए एक महीने का सुरक्षा अभियान शुरू करने का निर्देश जारी किया। रेलवे बोर्ड के आदेश में कहा गया है कि प्रत्येक दुर्घटना उसके किसी न किसी पहलू को लेकर लापरवाही दिखाती है। इसे देखते हुए, 19 फरवरी से तुरंत एक महीने का सघन सुरक्षा अभियान शुरू किया जाना है।
आदेश में कहा गया है कि विभिन्न प्रकार के लोड के लिए एलपी (लोको पायलट) की ब्रेकिंग तकनीक की विशिष्ट निगरानी की जानी चाहिए। कर्मचारियों की ड्यूटी के निर्धारित घंटों से अधिक कार्य करने से थकान हो सकती है और इसे रोका जाना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि एलपी और एएलपी (सहायक लोको पायलट) को पर्याप्त विश्राम दिया जाये।
भावनगर में मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतरे
भावनगर, (भाषा) : गुजरात के भावनगर जिले में डबल डेकर मालगाड़ी के चार डिब्बों के रविवार शाम को पटरी से उतर जाने की वजह से उक्त मार्ग पर रेल यातायात प्रभावित हुआ है। कुछ ट्रेनों के समय में बदलाव करना पड़ा या गंतव्य से पहले ही स्थगित करना पड़ा है। पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यहां जारी विज्ञप्ति के मुताबिक पीपावाव बंदरगाह से रवाना हुई मालगाड़ी के चार डिब्बे पश्चिमी रेलवे के भावनगर डिवीजन के अंतर्गत आने वाले धोला रेलवे स्टेशन के यार्ड में पटरी से उतर गए। बयान में कहा गया कि हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन भावनगर-बांद्रा एक्सप्रेस सहित छह ट्रेनों की रवानगी में दो से तीन घंटे की देरी हुई जबकि महुआ-भावनगर के बीच चलने वाली एक ट्रेन को अमरेली जिले के लीलीया मोटा स्टेशन पर तय गंतव्य से पहले ही रद्द कर दिया गया।
मालगाड़ी के डिब्बों के पटरी से उतरने की वजह से अमरेली के लीलीया मोटा और बटोड स्टेशनों पर कई यात्री फंस गए और उन्हें भावनगर व सुरेंद्रनगर गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए पश्चिमी रेलवे ने बसों की व्यवस्था की है। बोटाड रेलवे स्टेशन के वाणिज्यिक निरीक्षक एन सी गोहिल ने कहा कि धोला में मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने की वजह से बोटाड स्टेशन पर कुछ ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रद्द कर दिया गया। राज्य परिवहन के अधिकारियों ने कई बसों को बोटाड रेलवे स्टेशन भेजा है ताकि फंसे हुए यात्री अपनी यात्रा पूरी कर सके और अपने गंतव्य तक पहुंच सके।’