Lalu Prasad Yadav, Fodder Scam Case Verdict : चारा घोटाले के दोषी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह अब कल (6 जनवरी) सजा सुनाएंगे। लालू के वकील चितरंजन सिन्हा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कोर्ट अपना फैसला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनाएगा। लालू को जेल से कोर्ट आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह लगातार तीसरी बार है जब कोर्ट ने अपना फैसला टाला है। कोर्ट ने लालू को दोषी ठहराए जाने के बाद 3 जनवरी को सजा देने को कहा था, लेकिन फिर उसे टालकर 4 जनवरी कर दिया। इसके बाद गुरुवार को कहा कि सजा का एेलान 5 जनवरी को किया जाएगा। लेकिन शुक्रवार को कोर्ट ने कहा कि सजा कल सुनाई जाएगी।
वकीलों के अनुसार, अगर लालू प्रसाद को तीन वर्ष की सजा सुनाई जाती है तो सजा सुनाने के तुरंत बाद उन्हें जमानत मिल सकती है। गुरुवार को लालू के साथ इस मामले के सभी 16 अभिुक्तों को अदालत में पेश किया गया जहां सभी की सजा की अवधि पर उनके वकीलों ने बहस की। बहरहाल, अदालत के वर्णक्रमानुसार अभियुक्तों की सजा पर बहस सुनने के फैसले के चलते लालू की सजा की अवधि पर बहस प्रारंभ नहीं हो सकी।
लालू प्रसाद फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं। लालू यादव को रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने 23 दिसंबर को देवघर से अवैध धन निकासी के मामले में लालू यादव को दोषी करार दिया था। सीबीआई के वकील ने गुरुवार को इस मामले में अभियुक्तों के लिए अधिकतम सजा की मांग की थी। सीबीआई के वकील ने अदालत में कहा कि दोषियों को ज्यादा से ज्यादा सजा मिले, ताकि कोई फिर से ऐसा घृणित अपराध करने की हिम्मत नहीं कर सके।
इस मामले में जिन आरोपियों को अदालत ने दोषी करार दिया है उनमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, आर के राणा, जगदीश शर्मा, तीन आइएएस अधिकारी तत्कालीन वित्त आयुक्त फूलचंद सिंह, पशुपालन विभाग के तत्कालीन सचिव बेक जूलियस एवं एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी महेश प्रसाद भी शामिल हैं। लालू प्रसाद के खिलाफ चारा घोटाले से जुड़े कुल पांच मामलों में रांची में मुकदमे चल रहे थे जिनमें चाईबासा कोषागार से 37 करोड़ 70 लाख रुपये की अवैध निकासी के मामले में उन्हें तथा जगन्नाथ मिश्रा को 30 सितंबर, 2013 को दोषी ठहराये जाने के बाद तीन अक्तूबर को क्रमश: पांच वर्ष कैद, 25 लाख रुपये जुर्माने एवं चार वर्ष कैद की सजा सुनायी जा चुकी है।
-सीबीआई कोर्ट में जज ने सजा सुनाने की प्रकिया शुरू की। कोर्ट के बाहर सुरक्षा कड़ी की गई।
-वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी लालू यादव की पेशी। जेल से नहीं आएंगे कोर्ट।
#FodderScam Case at Ranchi CBI Court: Judge Shivpal Singh to pronounce quantum of sentence for rest of the accused, including #LaluPrasadYadav, via video conferencing.
— ANI (@ANI) January 5, 2018
-लालू प्रसाद के साथ अन्य आरोपियों में जदगीश शर्मा, आर के राणा, महेश प्रसाद, फुलचंद सिंह, बेक जुलियस, डॉ कृष्ण कुमार प्रसाद, एस भट्टाचार्य, टीएम प्रसाद, सुशील कुमार, सुशील सिन्हा, सुनील गांधी, राजाराम जोशी, गोपीनाथ दास, संजय अग्रवाल और ज्योति झा हैं।
-बिहार के आरजेडी चीफ रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि लालू प्रसाद यादव पर ईश्वर की कृपा है और हम सभी को विश्वास है कि उन्हें न्याय मिलेगा। मुझे पूरा यकीन है कि लालू जी कल होने वाली आरजेडी की बैठक में हिस्सा लेंगे।
-न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक लालू यादव ने खराब सेहत का हवाला देते हुए सजा कम रखने की मांग की है। अर्जी में कहा गया है, ‘चारा घोटाले में कुछ लोगों को बरी कर दिया है, हमारी तबीयत ठीक नहीं रहती। दिल का ऑपरेशन हुआ है। लालू के वकील ने अर्जी में लिखा है कि पैसे निकालने में मेरा कोई सीधा हाथ नहीं है, इसलिए कम से कम सजा दीजिए।
Lalu Yadav ,mentioned in his plea "I have no role in this scam directly; consider minimum punishment keeping in view my age and health grounds" #FodderScamCase
— ANI (@ANI) January 5, 2018
-आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव होटवार जेल से दोपहर दो बजे सीबीआई के स्पेशल कोर्ट पहुंचेंगे। जस्टिस शिवपाल सिंही की कोर्ट में सजा की बिंदुओं पर सुनवाई होगी। सजा का ऐलान कब होगा इस पर सस्पेंस बना हुआ है।
-राजद नेता जगदानंद सिंह और विजय प्रकाश राबड़ी देवी राबड़ी निवास पहुंच चुके हैं। जगदानंद ने जज के फोन करने की बात को नकार दिया है। उन्होंने कहा, ऐसा काम राजद नेता नहीं कर सकते, जज को नाम बताना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा, 2019 की लड़ाई की तैयारी हो रही है। कल की बैठक में रणनीति बनेगी। लालू को लेकर उन्होंने कहा कि आशा है उनके साथ न्याय होगा, अन्यथा ऊपर का दरवाजा खुला हुआ है।
-राजद नेता शिवानंद तिवारी भी राबड़ी देवी से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए एकबार फिर जज पर सवाल उठाया। उन्होंने जज को फोन कर प्रभावित करने की बात का खंडन किया। उन्होंने कहा राजद के किसी नेता ने फोन नहीं किया, अगर किसी ने फोन किया था तो जज मौन क्यों हैं, जज को तुरंत कारवाई करनी चाहिए थी।

