तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा ने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व नरेंद्र मोदी और अमित शाह को फैज अहमद फैज की कविता ‘पांव से लहू धो डालो’ पढ़ने की नसीहत दी है। समाचार चैनल आजतक के कार्यक्रम सीधी बात में प्रभु चावला के साथ चर्चा करते हुए टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि बीजेपी को अपने सात साल के इतिहास को देखना चाहिए, उनके हाथ और पांवों में लहू लगा हुआ है, उन्हें इसे धुलने की कोशिश करनी चाहिए।

बीजेपी के आरोपों पर महुआ मोइत्रा ने कहा कि हमें उनके आरोपों के जवाब देने की जरूरत नहीं है, टीएमसी अपना इतिहास खुद लिखेगी। भारतीय जनता पार्टी को पश्चिम बंगाल में हार का मुंह देखना पड़ा औऱ वह आने वाले 2024 के लोकसभा चुनावों में भी हारेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी को जो करना है करें, उन्हें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और राजस्थान संभालना चाहिए।

एंकर प्रभु चावला ने उनसे सवाल किया कि नेशनल ह्यूमन राइट कमिशन का कहना है कि बंगाल में चुनाव के बाद टीएमसी के लोगों द्वारा बीजेपी से संबंधित लोगों की हत्या की गई। पश्चिम बंगाल में असहिष्णुता का माहौल है। बीजेपी और एनएचआरसी का मानना है कि पश्चिम बंगाल में चुनावों के बाद हिंसा हुई। इसके जवाब में टीएमसी सांसद ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में बीजेपी के कहे अनुसार खून की नदियां बह रही हैं तो क्या कारण है इसकी तस्वीरें सिर्फ बीजेपी के पास आती हैं, क्यों मीडिया हाउसेज के पास इससे जुड़ी जानकारियां नहीं आती हैं। क्यों सिर्फ आईटी सेल से जुड़े लोग ही इसकी तस्वीरें सामने लेकर आते हैं।

NHRC के साथ साथ पश्चिम बंगाल के गर्वनर को घेरते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आय़ोग के चेयरमेन, अरुण कुमार मिश्रा हैं जोकि सुप्रीम कोर्ट के रिटायरर्ड जज हैं, जिन्होंने पद पर रहते हुए पीएम मोदी के लिए कसीदे पढ़े थे। जिसका परिणाम यह हुआ कि रिटायर होते ही उन्हें NHRC का चेयरमेन बना दिया गया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के गर्वनर जगदीप धनखड़ के पास बीजेपी के लोग पहुंचते हैं, वह उनको लेकर NHRC के पास जाते हैं। मोइत्रा के अनुसार यह प्री प्लानिंग के तहत किया जा रहा है, इसकी सच्चाई देश की जनता के सामने भी आ चुकी है।

बताते चलें कि ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में 16 अगस्त को खेला होबे दिवस मनाने का ऐलान किया है। इस पर बीजेपी खुलकर विरोध कर रही है। बीजेपी ने इसके विरोध में कहा कि टीएमसी मुस्लिम लीग के पदचिह्नों पर चल रही है। बीजेपी के अनुसार बंगाल में चुनाव के बाद जो हिंसा हुई, वह इसी का स्वरुप है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी इसके माध्यम से पूरे देश में हिंसा फैलाना चाहती है।