तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने सोमवार को संसद के मानसून सत्र के बीच ही लोकसभा में पार्टी के चीफ व्हिप पद से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे में उन्होंने अपनी ही पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा पर निशाना साधा है। बता दें कि महुआ मोइत्रा ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कल्याण बनर्जी की तुलना सूअर से की थी। कल्याण बनर्जी ने महुआ पर गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अभिषेक बनर्जी को चीफ व्हिप नियुक्त किया है।

कल्याण बनर्जी ने गाली देने का लगाया आरोप

कल्याण बनर्जी ने X पर एक पोस्ट में लिखा, “मैंने महुआ मोइत्रा द्वारा हाल ही में एक सार्वजनिक पॉडकास्ट में की गई व्यक्तिगत टिप्पणियों को ध्यान से सुना है। उनके शब्दों का चयन, (जिसमें एक साथी सांसद की तुलना सुअर से करने जैसी अमानवीय भाषा का प्रयोग भी शामिल है) न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि नागरिक संवाद के बुनियादी मानदंडों के प्रति गहरी अवहेलना को भी दर्शाता है। गाली-गलौज वालों को अपनी राजनीति पर गौर करना चाहिए। जब कोई जनप्रतिनिधि गाली-गलौज और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता है, तो यह उसकी ताकत नहीं, बल्कि असुरक्षा को दर्शाता है।”

कल्याण बनर्जी ने आगे लिखा, “मैं यह स्पष्ट रूप से कह दूं, मैंने जो कहा वह सार्वजनिक जवाबदेही और व्यक्तिगत आचरण के सवाल थे, जिनका सामना करने के लिए हर सार्वजनिक हस्ती को तैयार रहना चाहिए, चाहे वह पुरुष हो या महिला। अगर ये तथ्य असुविधाजनक या असहज करने वाले हैं, तो जांच से बचने के लिए जायज आलोचना को Misogyny करार देना उचित नहीं है। किसी पुरुष सहकर्मी को ‘Sexually Frustrated’ कहना कोई साहस नहीं है – यह सरासर गाली है। अगर ऐसी भाषा किसी महिला के लिए होती, तो देश भर में आक्रोश फैल जाता और यह जायज़ भी है। लेकिन जब निशाना कोई पुरुष होता है, तो इसे या तो खारिज कर दिया जाता है या फिर सराहा जाता है। स्पष्ट कर दें। गाली तो गाली ही होती है – चाहे वह किसी भी जेंडर का हो। ऐसी टिप्पणियां न केवल अभद्र हैं, बल्कि वे एक ज़हरीले दोहरे मानदंड को भी पुष्ट करती हैं, जहां पुरुषों से चुपचाप सहने की उम्मीद की जाती है।”

‘आप सुअर से कुश्ती नहीं लड़ सकते?, महुआ मोइत्रा ने TMC सांसद कल्याण बनर्जी पर किया बड़ा हमला

महुआ मोइत्रा पर बनर्जी ने साधा निशाना

कल्याण बनर्जी ने कहा कि अगर महुआ मोइत्रा सोचती हैं कि गंदी गालियां देने से उनकी नाकामियां छिप जाएंगी या उनके रिकॉर्ड पर गंभीर सवालों से ध्यान हट जाएगा, तो वह खुद को धोखा दे रही हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग जवाब देने के बजाय गालियों पर भरोसा करते हैं, वे लोकतंत्र के चैंपियन नहीं हैं – वे इसकी शर्मिंदगी हैं और इस देश की जनता उनकी इस हरकत को समझ सकती है।

क्या कहा था महुआ ने?

बता दें कि एक पॉडकास्ट के दौरान महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी से जुड़े सवाल पर कहा था, “आप सुअर से कुश्ती नहीं लड़ते क्योंकि सुअर को यह पसंद है और आप गंदे हो जाते हैं। भारत में घोर स्त्री विरोधी, सेक्सुअली फ्रस्टेटड और भ्रष्ट पुरुष हैं और संसद में सभी दलों में उनका प्रतिनिधित्व है।”