तिरुपति मंदिर में लड्डुओं के घी को लेकर हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में राजग विधायक दल की बैठक के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर को भी नहीं छोड़ा और तिरुपति लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया। इस सबके बीच घी की आपूर्ति करने वाली फर्म का कहना है कि हमारे सैंपल की टेस्टिंग पहले नेशनल लैब में की गयी।

टीडीपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान जिस कंपनी से मंदिर के प्रसाद के लड्डू बनाने के लिए घी की सप्लाई की जाती थी, उस घी में एनिमल फैट मिला हुआ था। इस मामले में विवाद के बाद सरकार ने घी सप्लाई के लिए नई कंपनी को ठेका दिया है। अब कर्नाटक के नंदिनी ब्रांड का घी तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

वहीं, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा श्री वेंकटेश्वर मंदिर में कथित तौर पर मिलावटी घी की आपूर्ति करने के लिए तमिलनाडु स्थित एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने के एक दिन बाद कंपनी ने उस रिपोर्ट पर सवाल उठाया है जिसके आधार पर यह फैसला लिया गया।

एआर डेयरी फूड ने आरोपों को बताया निराधार

शुक्रवार को एक तमिल समाचार चैनल से बात करते हुए डिंडीगुल स्थित एआर डेयरी फूड के गुणवत्ता नियंत्रण अधिकारी कन्नन ने आरोपों को निराधार बताया। कन्नन ने कहा, “हम 1998 से काम कर रहे हैं और यह पहली बार है कि हमारे खिलाफ इस तरह के आरोप लगाए गए हैं।” कंपनी के अनुसार, एआर डेयरी अपने खुद के सेंटर चलाती है और 32 सेकंड के भीतर दूध के 102 गुणवत्ता मापदंडों का परीक्षण करने के लिए उन्नत तकनीक का इस्तेमाल करती है। अगर दूध किसी भी क्वालिटी टेस्ट में फेल रहता है तो उसे तुरंत रिजेक्ट कर दिया जाता है।”

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फर्म का दावा- टीटीडी को भेजे जाने से पहले हमारे घी के नमूनों का परीक्षण किया जाता

कंपनी ने यह भी दावा किया कि एआर डेयरी को टीटीडी को घी की आपूर्ति करने की मंजूरी दी गई थी, मंदिर प्रशासन की चार सदस्यीय विशेषज्ञ टीम ने उनकी क्षमता और गुणवत्ता नियंत्रण उपायों का आकलन करने के लिए उनके संयंत्र का दौरा किया। कन्नन ने कहा, “टीटीडी को भेजे जाने से पहले हमारे घी के नमूनों का राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं में परीक्षण किया जाता है। वहां पहुंचने पर टीटीडी का अपना खाद्य सुरक्षा अधिकारी फिर से सैंपल्स की जांच करता है।”

डिंडीगुल में एआर डेयरी फूड्स (Source- ANI

एआर डेयरी ISO सर्टिफिकेशन रखती है

क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर के अनुसार, एआर डेयरी ISO सर्टिफिकेशन रखती है और सख्त गुणवत्ता प्रोटोकॉल का पालन करती है। पिछली रिपोर्टों में से किसी ने भी क्वालिटी में किसी भी गड़बड़ी के बारे में नहीं बताया। उन्होंने कहा कि सैंपल कलेक्शन के लिए अधिक पारदर्शी प्रक्रिया का आह्वान किया जाये जैसे कि जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए वीडियो रिकॉर्ड करना।

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क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर कन्नन ने कहा, “वनस्पति तेल से लेकर एनिमल फैट तक, मिलावट तक के ये आरोप हमारे बिजनेस को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचा रहे हैं। इसके अलावा यह दावा कि मछली का तेल मिलाया गया था, बेतुका है, मछली का तेल घी से भी महंगा है। इस तरह की किसी भी मिलावट का तुरंत गंध से ही पता लगाया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि कंपनी टीटीडी के लड्डू उत्पादन के लिए इस्तेमाल होने वाले कुल घी की बहुत छोटी मात्रा में योगदान करती है।

उन्होंने तमिल समाचार चैनल को बताया, “हमें टीटीडी को घी की आपूर्ति करने पर बहुत गर्व है। हमारे लिए यह सिर्फ व्यवसाय नहीं है, यह एक आशीर्वाद और सम्मान है।”

टीटीडी ने फर्म के घी को बताया था मिलावटी

इससे पहले टीटीडी के अधिकारी जे श्यामला राव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि एआर द्वारा आपूर्ति किए गए घी के नमूनों को मंदिर के प्रसाद लड्डुओं की गिरती गुणवत्ता की शिकायतों के बाद डेयरी को परीक्षण के लिए भेजा गया था। राव ने कहा, “एआर डेयरी द्वारा उपलब्ध कराए गए घी के 10 टैंकरों में से चार अत्यधिक मिलावटी पाए गए।”

(Input- Indian Express)