उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद बीजेपी में जिन नामों की चर्चा चल रही थी उनसे इतर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला विधायक दल की बैठक में लिया गया। बुधवार शाम 4 बजे रावत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। तीरथ सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल से पहली बार सांसद बने थे। उन्हें कई बड़े नेताओं के मुकाबले नया माना जाता है। इनकी ज्यादा चर्चा नहीं होती लेकिन संगठन में लंबे समय से कार्य करते रहे हैं।

खंडूरी जब मुख्यमंत्री थे तब वह राज्य में पार्टी के अध्यक्ष थे। वह हरियाणा के प्रभारी भी रह चुके हैं। साथ ही वो पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी मोर्य से गवर्नर हाउस जाकर मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। आज शाम 4 बजे रावत मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे उनके साथ 6 मंत्री भी पद की शपथ लेंगे।

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तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पद की दौर में केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी शामिल थे। पोखरियाल के समर्थन में बीजेपी कार्यालय के बाहर कई कार्यकर्ता पहुंचे थे। बता दें कि उत्तराखंड भाजपा में पिछले तीन दिनों से सियासी उठापटक चल रही थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर कई नामों की चर्चा हो रही थी। मंगलवार को केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करने के बाद देहरादून लौटने के बाद रावत शाम चार बजे राजभवन पहुंचे और उन्होंने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौप दिया था। राज्यपाल ने उन्हें नए मुख्यमंत्री का चयन होने तक पद की जिम्मेदारियों को संभालने के लिए कहा था।

मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद तीरथ सिंह रावत ने नेतृत्व, प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि कल्पना भी नहीं थी कि कभी इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘अटल जी से मैं सबसे ज्यादा प्रभावित हूं।’  बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए पार्टी का आभारी हूं।

बताते चलें कि राज्य में कुछ विधायकों के नाराज रहने के कारण त्रिवेंद्र सिंह रावत को आलाकमान के आदेश पर अपना पद छोड़ना पड़ा था। जिसके बाद बुधवार को हुए विधायक दल की बैठक में तीरथ सिंह रावत के नाम पर मोहर लगायी गयी।

गौरतलब है कि अगले साल राज्य में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 57 सीटों पर जीत मिली थी। जिसके बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था।