आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को अहम सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले को अभी सुरक्षित रख लिया है। अब इस बीच लोकल सर्कल ने एक सर्वे किया है, दिल्ली-एनसीआर में जानने की कोशिश हुई है कि आखिर आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो सख्त रुख अपनाया है, आखिर उसको लेकर लोगों की राय क्या है।
आवारा कुत्तों को लेकर हुआ सर्वे
लोकल सर्कल सर्विस में 12816 लोगों से बात की गई, दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद के लोगों को शामिल किया गया। यहां भी 62% तो पुरुष रहे तो वही 38% महिलाओं से बात की गई।
अब सुप्रीम कोर्ट ने क्योंकि कहा था कि आवारा कुत्तों को शेल्टर होम में भेजा जाए, इस फैसले से 71% लोग खुश नजर आए, उन्होंने कोर्ट के फैसले का समर्थन किया है। मात्र 24% ऐसे लोग हैं जिन्होंने कोर्ट के फैसले का स्वागत नहीं किया।
सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों पर क्या कहा था?
जानकारी के लिए बता दें कि बीते 11 अगस्त को इस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति आर महादेवन की पीठ ने दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद के नगर निगम अधिकारियों को अहम आदेश जारी किया था। जोर देकर कहा गया था कि इन इलाकों में रहने वाले आवारा कुत्तों को एनिमल शेल्टर हाउस में भेजा जाएगा। बेंच ने कहा कि स्थिति गंभीर है और इसे दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
पहली सनवाई के दौरान दो जजों की बेंच ने यह भी कहा था कि किसी भी कार्य में कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए और कोर्ट ने ये चेतावनी दी कि यदि कोई व्यक्ति या संगठन आवारा कुत्तों को उठाने या उन्हें पकड़ने के रास्ते में आता है, तो हम ऐसे किसी भी प्रतिरोध के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।