महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के लिए राजनीतिक तौर पर कुछ भी बेहतर होता नहीं दिखाई दे रहा है। वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने 7 जुलाई को कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ उनका गठबंधन टूट गया है। इससे पहले प्रकाश अंबेडकर ने इंडिया गठबंधन से भी अपना नाता तोड़ लिया था। जिसकी वजह सीट शेयरिंग का नहीं हो पाना था। प्रकाश अंबेडकर से जब गठबंधन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “यह (गठबंधन) टूट चुका है। इसमें कुछ भी नहीं बचा है।”
प्रकाश अंबेडकर ने क्या कहा?
डॉ. बी.आर. अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने अकोला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वह भाजपा के अनूप धोत्रे से हार गए थे। इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) और वीबीए ने जनवरी 2023 में गठबंधन किया था। तब उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उनके दादा केशव ठाकरे, जिन्हें प्रबोधनकार के नाम से भी जाना जाता है और प्रकाश अंबेडकर के दादा बी.आर. अंबेडकर एक दूसरे का सम्मान करते थे। अब दोनों के बीच बढ़ी दूरियां सामने आने लगी हैं और प्रकाश अंबेडकर ने गठबंधन टूटने की खबर को भी स्पष्ट कर दिया है।
वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने छत्रपति संभाजीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर अपनी पार्टी के रुख को स्पष्ट किया। उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन के सवाल पर प्रकाश अंबेडकर ने कहा,’उद्धव ठाकरे के साथ हमारा गठबंधन था, लेकिन अब टूट गया है, कुछ नहीं बचा है. इसलिए आने वाले आठ दिनों में हम बैठक करेंगे और इन सभी सवालों का जवाब देंगे।”
मनोज जारांगे पाटिल पर भी दिया बयान
इसके अलावा उन्होंने मनोज जारांगे पाटिल के बारे में बात करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि मनोज जारांगे पाटिल को मांगें पूरी होने पर भी लड़ना चाहिए और न होने पर भी लड़ना चाहिए। उन्हें एसटी सीटों के अलावा अन्य सीटों पर गरीब मराठा उम्मीदवारों को देना चाहिए।