निर्भय कुमार पांडेय
भारी संख्या में दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश की पुलिस तैनात की गई। सुरक्षाकर्मियों की बढ़ती हलचल देख राजेश टिकैत मीडिया से बातचीत करते भावुक हो गए। रोते हुए उन्होंने कहा कि आज केवल वह नहीं रो रहे हैं, बल्कि पूरे देश का किसान रो रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार तीनों काले कानूनों को वापस नहीं ले लेती, वे आंदोलन जारी रखेंगे। यदि जोर-जबरदस्ती की गई तो वह आत्महत्या कर लेंगे। इस दौरान टिकैत ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है और उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है। फिर भी सरकार दमनकारी नीति अपनाकर आंदोलन को समाप्त करवाना चाह रही है। उन्होंने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले दीप सिद्धू से किसानों का कोई लेनादेना नहीं है। टिकैत ने साफ किया कि यदि कोई गलत मंशा के साथ आया है तो वह चला जाए। यदि पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भाकियू के नेता धमेंद्र मलिक ने कहा कि सरकार किसी भी हद तक जाकर गाजीपुर से किसानों को हटाने में जुटी हुई थी। पर राकेश टिकैत के अलावा अन्य किसानों ने इसका विरोध किया।