द केरला स्टोरी फिल्म को लेकर जमकर विवाद देखने को मिल रहा है। जब से फिल्म का पहला टीजर आया था, पूरा देश ही दो धड़ो में बंट गया। एक इस फिल्म को प्रोपेगेंडा बताने लगा तो दूसरा इसे सच्ची घटनाओं से प्रेरित बता रहा था। अब कांग्रेस नेता शशि थरूर जो खुद केरल से ही आते हैं, उन्होंने भी इस पूरे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दो टूक कह दिया है कि केरल को लेकर दिखाया गया ये नेरेटिव आपकी सच्चाई हो सकती है, लेकिन हमारी नहीं।
दे केरला स्टोरी पर शशि थरूर ने क्या बोला?
असल में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक ट्वीट कर इस विवाद पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। उन्होंने लिखा कि ये आपकी केरल स्टोरी हो सकती है। लेकिन ये हमारी केरल स्टोरी नहीं है। अब शशि थरूर अकेले नहीं है जो इस फिल्म को प्रोपेगेंडा बता रहे हैं। केरल में तो सरकार के कई मंत्री ऐसे ही बयान जारी कर चुके हैं। कुछ दिन पहले ही केरल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष वीडी सथीसन ने कहा कि इस फिल्म को स्क्रीनिंग की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए। ट्रेलर देखकर ही पता चल गया है कि फिल्म किस नीयत से बनाई गई है।
सियासत तेज, बयानों की लगातार बौछार
नेता प्रतिपक्ष ने यहां तक कह दिया है कि ये फिल्म संघ परिवार के एजेंडे को पूरा करने के लिए बनाई गई है। समाज में एक डिवाइड पैदा करने के लिए ये सब किया जा रहा है। उन्होंने इस बात को भी खारिज कर दिया है कि ये फिल्म भी अभिव्यक्ति की आजादी के अंतर्गत आती है। वैसे सीएम विजयन का भी फिल्म को लेकर ऐसा ही तल्ख अंदाज देखने को मिला है। रविवार को द केरला स्टोरी को लेकर उन्होंने कहा था कि सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से और केरल के खिलाफ नफरत फैलाने के उद्देश्य से जानबूझकर बनाई गई हिंदी फिल्म The Kerala Story का ट्रेलर पिछले दिनों जारी किया गया था। ट्रेलर से संकेत मिलता है कि यह फिल्म धर्मनिरपेक्षता की धरती केरल में धार्मिक उग्रवाद के केंद्र के रूप में स्थापित संघ परिवार के प्रचार को फैलाने की कोशिश कर रही है।
अब असल में इस फिल्म को लेकर इतना विवाद इसलिए देखने को मिल रहा है क्योंकि दावा किया गया है कि 32000 हिंदू और ईसाई लड़कियों का केरल में धर्म परिवर्तन हुआ। उन्हें ISIS तक में शामिल करवाया गया। अब फिल्म कहती है कि ये सारी घटनाएं वास्तविक हैं, लेकिन उन्हीं दावों को लेकर सियासत तेज हो गई है।