जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त किए जाने के विरोध में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल पर हमले की योजना बनाई है। इंटेलीजेंस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसके लिए संगठन खास तरह के दस्ते बनाने में जुटा है। सूत्रों ने बताया कि सनसनीखेज हमले के लिए पाकिस्तान की जासूस एजेंसी आईएसआई जैश का सहयोग कर रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि इससे जुड़ा एक इनपुट विदेशी खुफिया एजेंसी को मिला, जिसमें पाकिस्तान स्थित जैश ऑपरेटिव शमशेर वानी और उसके हैंडलर के बीच हाथ से लिखा नोट पकड़ा गया। इसके चलते पुलिस ने 30 शहरों में अलर्ट जारी किया है, इसमें जम्मू, अमृतसर, पठानकोट, जयुपर, गांधीनगर, कानपुर और लखनऊ जैसे शहर शामिल हैं।
इसी बीच आंतकियों की धमकियों के चलते सुरक्षा एजेंसियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को मिली सुरक्षा की समीक्षा की है। डोवाल को आतंक विरोधी अभियान में उनकी भूमिका के चलते अभूतपूर्व स्तर के खतरे का सामना करना पड़ता है। जानना चाहिए कि उरी में आर्मी कैंप के हमले के जवाब में पाकिस्तान नियंत्रित क्षेत्र में घुसकर आतंकियों पर हमले में डोवाल की बड़ी भूमिका थी। इस दौरान भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में जैश के मुख्य आतंकी कैंपों पर हवाई हमले किए।
सूत्रों ने बताया कि बालाकोट में अपने कैंपों पर हमले के जवाब में जैश ने भारत से बदला लेने को कहा था। कश्मीर में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद जैश भारतीय सीमा में अपने फिदायीन में भेजने की कोशिश में है।
वहीं आतंकी हमले की आशंका के चलते श्रीनगर, अवंतीपोरा, जम्मू, पठानकोट, हिंडन एयरबेस को ऑरेंज लेवल के हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारी चौबीस घंटे सातों दिन सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा कर रहे हैं।