बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में तेज बहादुर कथित तौर पर यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि “50 करोड़ रुपए दो, मोदी को मार दूंगा।” इस वीडियो के सामने आने के बाद भाजपा ने इस पर हैरानी और चिंता जतायी है, वहीं तेज बहादुर यादव का कहना है कि वीडियो में दिखाई दे रहा शख्स वहीं हैं, लेकिन उन्होंने पीएम मोदी को मारने की बात नहीं की थी। तेज बहादुर यादव का कहना है कि वीडियो के साथ कांट-छांट की गई है। तेज बहादुर यादव ने बताया कि उक्त वीडियो साल 2017 में दिल्ली पुलिस के एक कॉन्सटेबल द्वारा शूट की गई थी। उस वक्त वह बीएसएफ से बर्खास्तगी के खिलाफ दिल्ली में धरना-प्रदर्शन कर रहे थे।

भाजपा ने जतायी हैरानीः भाजपा ने तेज बहादुर यादव की वायरल वीडियो पर हैरानी जतायी है। भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा कि “महाराष्ट्र पुलिस ने बीते साल अर्बन नक्सल की पीएम मोदी को मारने की साजिश का खुलासा किया था। नरसिम्हा ने कहा कि यह बेहद ही चौंकाने वाला है कि लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ समाजवादी पार्टी के टिकट पर वाराणसी से नामांकन करने वाले शख्स द्वारा पीएम मोदी की हत्या की साजिश रची जा रही है! तेज बहादुर यादव 50 करोड़ रुपए के बदले पीएम मोदी की हत्या की बात कह रहा है।” जीवीएल नरसिम्हा राव ने आरोप लगाया कि ‘सभी लोकतांत्रिक लोगों और राजनैतिक पार्टियों को एकमत में इस तरह की हिंसक योजना की निंदा करनी चाहिए।’

वहीं इन गंभीर आरोपों पर तेज बहादुर यादव ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने भी वह वीडियो देखा है, यह वीडियो साल 2017 में बिना उनकी जानकारी के शूट किया गया। तेज बहादुर यादव ने कहा कि वीडियो शूट करने वाले शख्स के साथ उनकी कई मुद्दों पर बातचीत हुई थी, लेकिन उन्होंने पीएम मोदी की हत्या की कोई बात नहीं की, यह वीडियो कांट-छांट करके बनायी गई है। तेज बहादुर यादव ने खुलासा करते हुए बताया कि उक्त वीडियो शूट करने वाले कॉन्सटेबल के पास कांट-छांट की हुई ऐसी करीब 30 अन्य वीडियो भी हैं। तेज बहादुर ने बताया कि 2 हफ्ते पहले कॉन्सटेबल ने उनसे 50 लाख रुपए की मांग की थी और यह मांग पूरी ना होने पर कॉन्सटेबल ने वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी थी। तेज बहादुर ने बताया कि उन्होंने पैसा देने से इंकार कर दिया था।

सुप्रीम कोर्ट गए तेज बहादुर यादवः बता दें कि तेज बहादुर यादव भारतीय सीमा सुरक्षा बल के पूर्व जवान हैं और खाने की शिकायत का उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद बीएसएफ ने तेज बहादुर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया था। हाल ही में समाजवादी पार्टी ने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ तेज बहादुर यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन तेज बहादुर यादव का पर्चा खारिज हो गया था। यादव चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चले गए हैं।