इजराइल के राजनयिक कोब्बी शोशानी ने मंगलवार को आईएफएफआई जूरी के प्रमुख नदव लापिड (IFFI jury head Nadav Lapid) की ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर विवादास्पद टिप्पणी को एक बड़ी गलती बताया है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इजराइली फिल्म निर्माता Nadav Lapid द्वारा फिल्म पर की गई टिप्पणियां देश की स्थिति को नहीं दर्शाती हैं।
इज़राइल के महावाणिज्य दूत कोब्बी शोशानी ने अनुपम खेर के साथ पीसी करते हुए कहा, “जब मैंने वह भाषण सुना जिसे हम स्वीकार नहीं करते हैं, तो सबसे पहले मैंने अनुपम खेर को माफी मांगने के लिए बुलाया था। नदव का बयान शायद कुछ अन्य यूरोपीय जूरी सदस्यों के साथ उनका एक निजी विचार था। लेकिन इस्राइल से उनके बयान का कोई लेना-देना नहीं।”
वहीं अनुपम खेर ने कहा, “उनका (कोब्बी शोशानी) फोन आने से हैरान था कि वह माफी मांगना चाहते हैं। मैंने कहा कि उसे ऐसा करने की जरूरत नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि यह उनकी अच्छाई है। उन्होंने कहा कि उन्हें फिल्म बहुत पसंद आई। यह सच्चाई है और हमारे और आपके देश में बोलने की आजादी है और लोग इसका अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं।”
वहीं भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलॉन (Naor Gilon) ने नदव लापिड के बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने नदव लैपिड से यह भी कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए। इसके साथ ही राजदूत ने इसके छह कारण भी बताए। राजदूत नाओर गिलॉन ने कहा कि एक कारण यह है आप तो इजरायल वापस चले जाओगे, इस दंभ के साथ कि आप बड़े साहसी हो और आपने अपनी बात कह दी। लेकिन हम इजरायल के प्रतिनिधि हैं और यही रहेंगे।
राजदूत नाओर गिलॉन ने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति में मेहमान भगवान के समान होता है और आपने हेड ज्यूरी बनने के भारत के न्यौते का बुरी तरह अपमान किया है। उन्होंने कहा कि भारतीयों ने आपको जो इज्जत बख्शी, जैसी मेजबानी की, उसकी भी तौहीन आपने की है।
गिलॉन ने ट्वीट करते हुए लिखा, “आप चले जाएंगे, पर हमें यहीं रहना है। भारत और इजरायल के लोगों के बीच की दोस्ती (Indo-Israel Friendship) काफी मजबूत है। आपने इसे जो नुकसान पहुंचाया है, हम इससे उबर जाएंगे। एक इंसान के तौर पर मैं शर्मिंदा हूं।