तमिलनाडु में कुदरत को परखने में मौसम वैज्ञानिक पूरी तरह से फेल हो गए। यही वजह रही कि चेन्नई की बारिश को लेकर कोई रेड अलर्ट जारी नहीं की जा सकी। सीएम एमके स्टालिन का पारा इस बात पर चढ़ा हुआ है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिख तीखी नाराजगी जताई है। बकौल स्टालिन मौसम विभाग की लापरवाही की वजह से उन्हें भारी नुकसान हुआ।
स्टालिन ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि इंडियन मेट्रोलॉजिकल सेंटर से मिले अलर्ट के हिसाब से सूबा अपनी रणनीति तय करता है। लेकिन ये लोग पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं। उन्होंने लिखा कि 30 दिसंबर को 12 बजे महकमे ने बुलेटिन में कहा कि चेन्नई समेत आसपास के इलाकों में तेज हवाएं चलने का अनुमान है। इसमें सूबे के तटीय इलाकों में बारिश की चेतावनी दी गई थी। चेन्नई में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई थी। सरकार ने उनकी बातों पर विश्वास किया जिससे जरूरी कदम नहीं उठाए गए। उनका कहना है कि इसकी वजह से लोगों की जान माल का भारी नुकसान हुआ।
ध्यान रहे कि तमिलनाडु में भारी बारिश के बाद तीन लोगों की मौत की खबर है। भारी बारिश के कारण राजधानी चेन्नई के कई स्थानों में पानी भर गया है। राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन नेम बताया कि बारिश से संबंधित हादसों सें तीन लोगों की जान गई है। राजधानी चेन्नई में हुई 17 सेंटीमीटर बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए। कई जगह पानी जमा होने से ट्रैफिक बाधित हुआ। आने-जाने वालों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने अभी बारिश होने की संभावना जताई है। महकमे की ओर से एक ट्वीट में कहा है कि चेन्नई और पड़ोस के स्थानों में भारी बारिश हुई है। क्षेत्र में यह गतिविधि अगले छह घंटों तक जारी रहने की संभावना है। चेन्नई में गुरुवार को 198 मिमी जबकि नुंगमबक्कम में 160 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार सबसे अधिक 17.65 सेमी बारिश एमआरसी नगर में रिकॉर्ड की गई। नंगमबक्कम में 14.65 सेमी और मीनामबक्कम में दस सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई। खास बात है कि बीते समय में मौसम विभाग के अनुमान कई बार खरे उतरते नहीं दिखे हैं। देश के अन्य हिस्सों में मौसम को लेकर जो पूर्वानुमान दिए गए वो सटीक नहीं थे।