Tamil Nadu BJP: तमिलनाडु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमर प्रसाद रेड्डी को न्यायिक हिरासत में भेजने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। 21 अक्टूबर को तमिलनाडु पुलिस ने बीजेपी नेता अमर प्रसाद रेड्डी को चेन्नई में तांबरम की मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने रेड्डी 3 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस फैसले के बाद बीजेपी नेताओं में गुस्सा है।
इससे पहले, चेन्नई के पनियूर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई के आवास के बाहर झंडे हटाने पर कथित तौर पर हंगामा करने के आरोप में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। इसके बाद भाजपा ने शनिवार को चेन्नई में ईस्ट कोस्ट रोड पर पनियूर में पार्टी के झंडे को हटाने के विरोध में पुलिस द्वारा अपने पदाधिकारियों की गिरफ्तारी की निंदा की।
तमिलनाडु के भाजपा के राष्ट्रीय सह-प्रभारी पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी ने कहा, ‘शहर के बाहरी इलाके में भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी ‘पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित, अनावश्यक और अनुचित’ है।
पार्टी के झंडे को हटाने का विरोध करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में राज्य पुलिस ने पार्टी के खेल और कौशल विकास सेल के प्रदेश अध्यक्ष अमर प्रसाद रेड्डी के अलावा पार्टी पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार, बालाकुमार, कन्नियप्पन, विनोद कुमार और सेंथिल कुमार को गिरफ्तार किया है।
कथित तौर पर राजमार्ग विभाग की भूमि पर लगाए गए झंडे को शिकायत के बाद स्थानिय अधिकारियों और पुलिस ने शनिवार सुबह हटा दिया था। पार्टी ने कहा कि बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता अन्नामलाई के घर के पास एकत्र हुए थे। उन्होंने पुलिस को झंटा हटाने से रोकने का प्रयास किया। विरोध के दौरान पार्टी के आईटी विंग के राज्य सचिव विविन भास्करन गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस ने कहा कि उन्हें बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेना पड़ा और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में लगभग छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
रेड्डी ने कहा, “चेन्नई के बाहरी इलाके में तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई के आवास के पास लगाए गए झंडे को हटाने और भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की जाती है… लोकतांत्रिक अधिकारों पर अंकुश लगाना एक असंवैधानिक कृत्य है।” इस बीच, अन्नामलाई ने घोषणा की कि उनकी पार्टी राज्य भर में 10,000 झंडे लगाएगी और अंतिम झंडा पनियूर में लगाया जाएगा जहां इसे “पुलिस द्वारा जबरन हटा दिया गया।”