Swati Maliwal Attacks AAP: सियासत में कब आपका बेहद करीबी शख्स आपका धुर विरोधी बन जाएगा, नहीं कहा जा सकता। दिल्ली के विधानसभा चुनाव से पहले ऐसा ही देखने को मिल रहा है। एक जमाने में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेहद भरोसेमंद लोगों में शुमार स्वाति मालीवाल ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। स्वाति मालीवाल आप की राज्यसभा सदस्य हैं और उन्होंने अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार के खिलाफ जबरदस्त पोल खोल अभियान चला रखा है। 

ऐसे वक्त में जब अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी दिल्ली का चुनाव जीतने के लिए अपनी सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं, स्वाति मालीवाल दिल्ली के कई इलाकों में लोगों के बीच पहुंचकर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को ललकार रही हैं। 

स्वाति मालीवाल कभी अस्पतालों में जाती हैं तो कभी दिल्ली की सफाई व्यवस्था को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार और एमसीडी को कटघरे में खड़ा करती है। एमसीडी में भी आम आदमी पार्टी का ही मेयर है। 

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दिल्ली में बेहद कजमोर है कांग्रेस। (Source-PTI)

हाल ही में स्वाति मालीवाल जबरदस्त कोहरे के बीच सुबह 4:30 बजे दिल्ली के दिलशाद गार्डन में स्थित IHBAS अस्पताल के बाहर पहुंच गईं। यहां पर बड़ी संख्या में लोग दवाइयों के लिए लाइन में लगे थे। जैसे ही मालीवाल अपने साथियों के साथ वहां पहुंचीं तो लोग हैरान हो गए। 

केजरीवाल को देती हैं चुनौती

स्वाति मालीवाल दवाई की लाइन में खड़े लोगों से पूछती हैं कि उन्हें क्या परेशानी है। उन्हें दवाइयों के लिए कितना इंतजार करना पड़ता है। इसके बाद मालीवाल अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर दिल्ली सरकार के हेल्थ मॉडल पर सवाल उठाती हैं और कहती हैं कि कैंसर के मरीज कड़ाके की ठंड में इलाज के इंतजार में सड़क पर तड़प रहे हैं। वह नाम लिए बिना केजरीवाल को चुनौती देती हैं कि क्या उन्होंने कभी अपने महल से निकलकर गरीब जनता का हाल देखा है? 

दिल्ली की राजनीति को समझने वाले लोग यह देखकर हैरान हैं कि एक वक्त में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की सरकार की शान में कसीदे पढ़ने वालीं स्वाति मालीवाल आखिर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की जबरदस्त आलोचना पर क्यों उतर आई हैं? आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि वह बीजेपी के इशारे पर ऐसा कर रही हैं। 

मारपीट प्रकरण के बाद अलग हुई राहें 

लंबे वक्त तक दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं स्वाति मालीवाल को अरविंद केजरीवाल से नजदीकी की वजह से ही पार्टी ने राज्यसभा भेजा था। लेकिन इस साल जब स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल के निजी सहयोगी विभव कुमार ने उनके साथ मुख्यमंत्री आवास में मारपीट की। 

मालीवाल का आरोप था कि इस मामले में केजरीवाल और पूरी पार्टी विभव कुमार के साथ खड़ी हो गई। इसके बाद से ही स्वाति मालीवाल ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक अभियान छेड़ दिया है।

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AAP-BJP आए आमने-सामने। (Source-PTI)

स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के प्रकरण को दिल्ली बीजेपी ने बड़े पैमाने पर उठाया था और केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को महिला विरोधी बताने की कोशिश की थी। हालांकि इसके जवाब में केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर आतिशी को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी। 

स्वाति मालीवाल के X अकाउंट को अगर आप खंगालेंगे तो आपको केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ लगातार हमले ही दिखाई देंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने तक उनके यह हमले और तेज हो सकते हैं। 

स्वाति मालीवाल मुख्यमंत्री अतिशी के दिवाली तक दिल्ली की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के पुराने वीडियो को ट्वीट करके पूछती हैं कि क्या आपके इलाके की सड़कें लंदन और पेरिस जैसी बन गई हैं। इस तरह वह लगातार दिल्ली की जनता के बीच जाकर और उनकी समस्याओं के जरिये अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोल रही हैं। यहां तक कि उन्होंने यह भी सवाल पूछा है कि आम आदमी पार्टी अफजल गुरु को आतंकवादी मानती है या नहीं। 

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नई दिल्ली में आयोजित क्रिसमस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (Source-PTI)

अब सवाल इस बात का है कि स्वाति मालीवाल के इन जोरदार और धारदार हमलों से क्या आम आदमी पार्टी को विधानसभा चुनाव में किसी तरह का नुकसान होगा? 

आम आदमी पार्टी का कहना है कि स्वाति मालीवाल का दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाना बीजेपी की ही रणनीति का हिस्सा है। इसके जवाब में स्वाति मालीवाल कहती हैं कि वह दिल्ली की सांसद हैं और यह उनका फर्ज है कि वह लोगों की मदद करें। वह सवाल पूछती हैं कि अस्पतालों के बाहर बैठे हुए लोग भी क्या बीजेपी के द्वारा लाए गए हैं?

पिछले कुछ महीनों में स्वाति मालीवाल दिल्ली के कई इलाकों का दौरा कर वहां की समस्याओं को सोशल मीडिया के जरिए लोगों के सामने रख चुकी हैं। उनके वीडियो का आधार बनाकर भाजपा के नेता भी लगातार अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछते हैं। स्वाति मालीवाल द इंडियन एक्सप्रेस से कहती हैं, “दिल्ली सरकार को सड़कों, स्ट्रीट लाइटों, बसों और शेल्टरों पर ध्यान देना चाहिए। हालात बहुत खराब हैं… सरकार कहती है कि अगर वह सत्ता में वापस आती है तो इन मुद्दों को हल करेगी तो वह अभी क्यों नहीं ऐसा कर रही है? 

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किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल। (Source-Screenshot via PTI video)

इस बार आसान नहीं है लड़ाई 

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 के चुनाव में बड़ी जीत दर्ज की थी लेकिन इस बार चुनावी मुकाबला कठिन दिखाई दे रहा है क्योंकि बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के नेता केजरीवाल का साथ छोड़ चुके हैं। बीजेपी स्वाति मालीवाल मारपीट प्रकरण के साथ ही कथित आबकारी घोटाले को भी मुद्दा बना रही है।  

पिछले कुछ सालों में अरविंद केजरीवाल के कई भरोसेमंद लोग उनका साथ छोड़ चुके हैं। इनमें योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, आशुतोष, आशीष खेतान, कपिल मिश्रा, अलका लांबा, कुमार विश्वास जैसे कई नाम शामिल हैं लेकिन इनमें से किसी ने भी अरविंद केजरीवाल पर इतने ताकतवर और जोरदार ढंग से जुबानी हमले नहीं किए हैं हालांकि कुमार विश्वास भी अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते रहे हैं लेकिन दिल्ली के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जिस तरह का अभियान स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ छेड़ दिया है, उससे यह बात कही जा रही है कि दिल्ली के चुनाव में बीजेपी को इसका फायदा हो सकता है। 

बीजेपी फायदा लेने की कोशिश कर भी रही है। लेकिन उसे इसका चुनाव में कितना फायदा होगा, इसका पता चुनाव नतीजे आने के बाद ही चलेगा।