स्वाति मालीवाल के साथ कथित मारपीट मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल का पीए बिभव कुमार गिरफ्तार हो गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही बीजेपी आम आदमी पार्टी पर और ज्यादा हमलावर है। अभी के लिए स्वाति की मेडिकल रिपोर्ट भी इस बात की तस्दीक जरूर करती है कि उनके शरीर पर चोट के निशान है, लेकिन कुछ वाजिब सवाल तो दिल्ली की पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष पर भी उठते हैं।

सवाल नंबर 1- स्वाति मालीवाल ने तीन दिन बाद FIR क्यों दर्ज करवाई?

स्वाति मालीवाल के साथ 13 मई को कथित मारपीट हुई थी। उनका कहना है कि वे सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके आवास पर गई थीं। लेकिन वहां पर बिना किसी उकसावे के केजरीवाल के पीए बिभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की। 7-8 थप्पड़ मारे, लात-घूसे चलाए, सिर पटका और धक्का मुक्की तक की। स्वाति के ही मुताबिक उन्होंने सीएम आवास से ही पुलिस को फोन लगा दिया था, अपने साथ हुए अत्याचार की जानकारी भी दी।

अब अगर सोचा जाए तो स्वाति को तुरंत ही FIR दर्ज करवानी चाहिए थी। वे तो पुलिस थाने तक गई भी थीं, लेकिन बताया गया कि बिना शिकायत लिखाए वे वापस भी चली गईं। अगर मारपीट हुई थी, तो बिना शिकायत के कैसे वापस चली गईं स्वाति? हैरानी की बात ये भी है कि पुलिस तो इंतजार करती रह गई, लेकिन स्वाति को ही FIR दर्ज करवाने में तीन दिन लग गए। अब उन तीन दिनों में ऐसा क्या हुआ, क्या स्वाति पर कोई दबाव था, स्वाति आगे की रणनीति बता रही थीं, किसी को कुछ नहीं पता।

सवाल नंबर 2- 13 मई को नॉर्मल चलीं, मेडिकल वाले दिन लड़खड़ाते हुए?

आम आदमी पार्टी इस समय स्वाति मालीवाल को लेकर ये सवाल उठा रही हैं कि 13 मई को जब वे सीएम आवास से बाहर निकली थीं, वे लड़खड़ा नहीं रही थीं, वे तो काफी आराम से चली गई थीं। लेकिन 17 मई को जब मेडिकल हुआ, वे लड़खड़ाते हुए बाहर निकलीं। सौरभ भारद्वाज ने मीडिया के सामने भी यही सवाल उठाया है, उनके मुताबिक अगर इतनी मारपीट हुई थी, तो वे आखिर कैसे इतनी आराम से बाहर निकल गईं, तब क्यों उन्हें चलने में कोई दिक्कत नहीं हुई? अब ये सवाल भी इसलिए उठ रहा है क्योंकि अभी तक 13 मई की घटना का पूरा वीडियो सामने नहीं आया है, जो वीडियो सामने आया भी है, उसमें ऐसा कुछ नहीं दिख रहा जो स्वाति ने दावा किया है।

सवाल नंबर 3- वायरल वीडियो में बिभव की नहीं दिख रही कोई गलती

13 मई का जो वीडियो सामने आया है, उसमें तो स्वाति सोफे पर बैठी हुई हैं, दो कर्मचारी उनसे बात कर रहे हैं। कर्मचारी कहते सुनाई दे रहे हैं- मैडम आप बाहर चलिए, वही स्वाति कह रही हैं कि मैंने 112 पर कॉल कर दिया है, SSP को यही बुलाइए। इस पर कर्मचारी कह रहा है कि पुलिस भी तो बाहर ही आएगी, आप बाहर चलिए, आप तो पढ़े-लिखे हैं, आपके साथ हम ऐसे नहीं कर सकते हैं।

उस वीडियो के आखिर में स्वाति ने जरूर बिभव को लेकर कुछ अपशब्द बोले हैं। यानी कि जो वीडियो में अभी तक दिखा है, बिभव की कोई भूमिका सामने नहीं आई है। इस समय सभी के लिए सिर्फ उतना ही सच है जितना स्वाति मालीवाल ने बताया है। चिंता की बात ये है कि पुलिस को अभी तक उस घटना की सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल पाई है।

सवाल नंबर 4- स्वाति मालीवाल आखिर सीएम आवास आई क्यों थी?

इस पूरे विवाद में एक सवाल पीछे छूट चुका है, आखिर स्वाति मालीवाल 13 मई को अचानक से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने आई क्यों थीं? उन्होंने जो शिकायत भी दर्ज करवाई, उसमें उस मुलाकात के कारण को लेकर कुछ भी नहीं बताया गया, ऐसे में किस उकसावे में हमला हुआ, किस उकसावे में बिभव ने कथित मारपीट की, ये साफ नहीं हो पा रहा है। अगर स्वाति के आने का कारण पता चल जाए, तो इस पूरी घटना की असल और सच्ची कहानी सभी को पता चल सकती है।

ये सवाल ज्यादा जरूरी इसलिए भी है क्योंकि स्वाति पिछले काफी टाइम से आम आदमी पार्टी के साथ ज्यादा सक्रिय दिखाई नहीं पड़ रही थीं। केजरीवाल की गिरफ्तारी से लेकर उनकी जमानत तक, किसी भी मुद्दे पर उनकी तरफ से कोई बयानबाजी नहीं हुई। ऐसे में अचानक से क्यों उन्हें केजरीवाल से मिलने की जरूरत लगी, उस मुलाकात का कारण क्या था, इसका जवाब आना जरूरी है।

सवाल नंबर 5- प्रचार में नहीं दिखी दिलचस्पी, मालीवाल किसी दबाव में है?

स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी की सांसद हैं, एक समय तो अरविंद केजरीवाल की भरोसेमंद भी मानी जाती थीं। लेकिन अब उनकी भूमिका सिर्फ महिला अधिकारों की रक्षा करने वाली एक शख्सियत तक सीमित रह गई है। उन्हें आम आदमी पार्टी में वो प्रमोशन नहीं मिला जिसकी उम्मीद उन्होंने की होगी। इसी वजह से आम आदमी पार्टी खुद ये सवाल उठा रही है- क्या स्वाति मालीवाल किसी दबाव में हैं, क्या वे इस बार बीजेपी के इशारों पर ये सबकुछ कर रही हैं? आतिशी ने जिक्र कर दिया है कि स्वाति कुछ पुराने मामलों में फंसी हुई हैं, शायद इस वजह से वे दबाव में आ गई हों और उन्होंने इस विवाद को हवा दी।