हरियाणा दूसरे और तमिलनाडु तीसरे स्थान पर रहा। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुरस्कार प्रदान किए। यह पुरस्कार ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की स्थिति के परिप्रेक्ष्य में दिया गया है। छोटे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अंडमान और निकोबार ने पहला स्थान हासिल किया।

उसके बाद दादरा और नागर हवेली व दमन एवं दीव और सिक्किम ने दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने स्वच्छ, स्वस्थ और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।

राष्ट्रपति ने कहा कि जल जीवन मिशन की शुरुआत के समय केवल 3.23 करोड़ ग्रामीण घरों में नल के पानी की आपूर्ति थी, जो तीन वर्षों में बढ़कर 10.27 करोड़ हो गई है। हाल के वर्षों में नल के पानी की पहुंच से जल-जनित बीमारियों में उल्लेखनीय कमी आई है। लेकिन हमारा लक्ष्य बहुत बड़ा है। हमें जल प्रबंधन और स्वच्छता के क्षेत्र में दुनिया के सामने एक मिसाल कायम करनी है।