प्रधानमंत्री द्वारा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अनदेखी किए जाने की अफवाहों के कारण दूरदर्शन ने उनके पत्रकार सम्मेलन की ही अनदेखी कर दी। इससे सुषमा स्वराज बेहद नाराज हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक यह मामला पहुंचने के बाद पूरे मामले की जांच शुरू हो गई है।
अटल बिहारी वाजपेयी की राजग सरकार में कभी खुद सूचना व प्रसारण मंत्री रह चुकीं सुषमा स्वराज की स्थिति रविवार को तब बेहद विचित्र हो गई जबकि राजग सरकार का एक साल पूरा होने पर आयोजित उनके पत्रकार सम्मेलन की सरकारी चैनल दूरदर्शन ने ही अनदेखी कर दी। लगभग घंटे भर तक चले इस सम्मेलन का सिर्फ आठ मिनट तक ही दूरदर्शन ने सीधा प्रसारण किया। जबकि निजी चैनलों ने इसे लगभग लगातार दिखाया।
विदेश मंत्रालय होने की वजह से इसकी काफी अहमियत थी व छुट्टी का दिन होने के कारण वैसे भी खबरों की कमी बनी रहती है। इस मामले का महत्त्व इससे भी है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूरदर्शन को काफी अहमियत देनी शुरू कर दी है और उनके तमाम कार्यक्रमों की कवरेज पर दूरदर्शन का ही एकाधिकार रहता है।
सूत्रों के मुताबिक, जब सुषमा स्वराज को इसका पता चला तो उन्होंने सूचना व प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह को कस कर फटकार लगाई। यह मामला प्रधानमंत्री के संज्ञान में भी आ गया है और इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मालूम हो कि प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के दौरान विदेश मंत्री की अनदेखी को लेकर अफवाहों का बाजार पहले से ही गर्म था। उनसे पत्रकार सम्मेलन में जब इस बारे में पूछा गया कि तो उन्होंने कहा कि उन पर प्रधानमंत्री ने कोई पाबंदी नहीं लगाई है। बल्कि वे खुद सुर्खियों से दूर रहना पसंद करती हैं। उन्होंने कहा कि वे इसलिए खबरों में कम रहती हैं, क्योंकि यह उन्हें अपनी भूमिका के साथ सही लगता है।
उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि जहां तक खबरों में कम रहने की बात है तो यह मेरे काम के अनुरूप है। जब प्रधानमंत्री ने किसी पर कोई पाबंदी नहीं लगाई है तो मेरे ऊपर क्यों लगाएंगे। मैं आप लोगों को खबरों में इसलिए कम लगती हूं क्योंकि मैं नेता प्रतिपक्ष के पद से विदेश मंत्री बनी हूं। विदेश मंत्री के रूप में मेरा मानना है कि मुझे घरेलू मुद्दे पर कम बोलना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष के रूप में मुझे रोज बोलना पड़ता था।
जब इस बारे में दूरदर्शन की महानिदेशक वीणा जैन से बात की गई तो उनका कहना था कि चूंकि उन्होने सोमवार को ही अपना पद संभाला है इसलिए उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। मालूम हो कि कुछ समय से दूरदर्शन लगातार विवादों के घेरे में है। हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग ने दूरदर्शन के तीन आला अफसरों के खिलाफ एक महिला पत्रकार के साथ किए गए गलत बरताव के कारण जांच शुरू की है।
विवेक सक्सेना