कांग्रेस पार्टी की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को अंबेडकर जयंती के मौके पर एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी को दलितों के मुद्दे पर घेरा। उन्होंने कहा कि बीजेपी की 17 राज्यों में सरकार है, लेकिन अब तक एक भी दलित को सीएम नहीं बनाया गया? कांग्रेस पार्टी ही है, जिसने दलितों को CM, स्पीकर और नेता विपक्ष बनाया। सुप्रिया श्रीनेत ने इतिहास की एक कहानी भी सुनाई, जिसमें महात्मा गांधी और अंबेडकर का जिक्र करते हुए बीजेपी को आड़े हाथों लिया।
सुप्रीया श्रीनेत ने इतिहास के एक किस्सा सुनाते हुए कहा, “भारतीय संविधान के निर्माता और देश के सबसे बड़े दलित आइकॉन भीम राव अंबेडकर के पाकिस्तान जाने की बात हो रही थी। संविधान सभा बनने से पहले इलेक्शन होने थे और चुनाव लड़कर जो लोग आते वो संविधान सभा का हिस्सा होते। बाबा साहेब ने तब बॉम्बे से इलेक्शन लड़ा था और तब वह हार गए थे, जिसके बाद जोगेंद्र नाथ मंडल जो तब बंगाल में मुस्लिम लीग के साथ सरकार चला रहे थे, उन्होंने जसौर से अंबेडकर को इलेक्ट कराया। बाद में जसौर पाकिस्तान के हिस्से में चला गया, ऐसे में अंबेडकर के पाकिस्तान जाने की बातें हो रही थीं, तब महात्मा गांधी ने एक बड़ा फैसला लिया। एमआर जयकर को रिजाइन कराके अंबेडकर को नॉमिनेट किया गया और इस तरह वह भारतीय संविधान सभा (इंडियन कन्स्टिचूअन्ट असेंबली) में शामिल हुए।”
सुप्रीया श्रीनेत ने बताया, “इस देश में रोज औसतन 10 दलित औरतों का रेप होता है। 22 प्रतिशत से ज्यादा केस छोटे बच्चों के यौन शोषण के, दलित बच्चे होते हैं। अब देखिए सरकार क्या कर रही है। दलितों की शिक्षा के लिए जो स्कीम्स होती हैं वो केंद्र और केंद्र पोषित स्कीम्स का सिर्फ 4.4 फीसद हिस्सा रह गई हैं। दलितों को जो स्कॉलरशिप दी जाती थी, 2021 वित्तीय वर्ष में छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश को एक पैसा तक नहीं मिला।”