कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि कॉरपोरेट इंडिया को डेढ़ लाख रुपए की छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकारी गरीबों के बजाय अमीरों को अशरफियां बांटने में लगी है। इसके अलावा, उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार को घेरा है और यूपीए के शासनकाल के आंकड़े पेश करते हुए कहा कि हम 10 सालों में 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लेकर आए।
एक टीवी डिबेट में उन्होंने कहा, “कॉरपोरेट इंडिया को डेढ़ लाख रुपए की छूट दी गई टैक्स कट करके। कॉरपोरेट इंडिया ने कितना निवेश किया, अगर उसका आंकड़ा यहां पर पता चल जाए, तो आपको पता चलेगा कि निवेश लगातार गिर रहा है और कॉरपोरेट इंडिया ने अपनी बैलेंस शीट साफ करी। कंपनी ने अपने जो ऋण थे वो सरकार से मिली छूट से वापस किए और कंपनी ने निवेश ढेले भर का नहीं किया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार खामखां की रेवड़ियां नहीं, अशरफियां बांट रही हैं और वो बटेंगीं अमीरों के लिए इस देश में।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “अगर वैश्विक आपदा आई और आपको लोगों को जीवित रखने के लिए राशन देना पड़ा उसका एक कानून था। इसमें आपने कौन सी बड़ी बात की। लेकिन उत्तर प्रदेश में हर झोले पर मोदी जी और योगी जी की फोटो छपी हुई थी। हर वैक्सीन पर मोदी जी का सर्टिफिकेट और उनकी फोटो छपी हुई है। अरे ये सब सरकार के काम हैं भाई इसमें आपने कौन सी बड़ी चीज कर दी अगर वैक्सीन लगवा दी या लोगों को राशन दे दिया।”
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था और यूपीए के 2004-14 के शासनकाल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी की सीमा रेखा से ऊपर निकाला था। वहीं, मोदी सरकार ने 23 करोड़ लोगों को गरीबी सीमा रेखा के नीचे वापस धकेल दिया है। आज अगर देश में गरीबी, भुखमरी है और आय कम हुई है तो कुछ चीजें आपको लोगों को देनी पड़ेंगी।