देश के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना भरी अदालत में एक वरिष्ठ वकील पर भड़क गए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील ने कॉलेजियम प्रणाली को चुनौती देने वाली याचिका को लिस्ट करने की मांग की थी। इसी को लेकर वह अपना तर्क भरी अदालत में रख रहे थे। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मैथ्यूज नेदुम्परा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के सामने 2022 में दायर एक रिट याचिका का का जिक्र कर रहे थे, जिसमें न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम प्रणाली को खत्म करने और राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (NJAC) को पुनर्जीवित करने की मांग की गई थी।

जानें वकील ने क्या कहा था

लॉ वेबसाइट लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार वरिष्ठ वकील मैथ्यूज नेदुम्परा ने कहा, “हम देख रहे हैं क्या हो रहा है? पूर्व CJI चंद्रचूड़ में भी इसे लिस्ट करने के लिए पांच बार कहा था। राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग समय की जरूरत है और इसे आना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने भी यही कहा है। इस देश के लोग भी इसकी मांग कर रहे हैं। हम भी इसकी मांग करते हैं और यह देश की जरूरत है।”

अदालत में राजनीतिक भाषण न दें- CJI

वकील की बात पर CJI खन्ना भड़क गए और उन्होंने कहा कि आप मुझे ना बताएं, बस इतना ही। CJI ने कहा कि आप मेरे मुंह में शब्द न डालें और अदालत में कोई राजनीतिक भाषण ना दें।

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पिछले साल भी सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने इस याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। उस दौरान रजिस्ट्री ने कहा था कि मुद्दा 2015 के राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग फैसले में पहले से ही सुलझा लिया गया था। रजिस्ट्री ने कहा था कि इस मुद्दे को उठाने वाली रीट याचिका विचार करने लायक नहीं है।

रजिस्ट्री की ओर से कहा गया था कि याचिकाकर्ता संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत दायर रिट याचिका के माध्यम से राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग फैसले की समीक्षा की मांग कर रहा था। इसके बाद रजिस्ट्रार ने याचिका को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था।