सुप्रीम कोर्ट में जमानत की एक याचिका पर सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने एक दिलचस्प टिप्पणी की। दरअसल चीफ जस्टिस ने पूछा कि ‘तुम जेल से बाहर निकलना चाहते हो? भगवान कृष्ण तो जेल में ही पैदा हुए थे।’ इस पर याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि ‘हां’ कहा। इस पर सीजीआई ने जमानत की इजाजत देते हुए कहा कि ‘अच्छा है कि तुम धर्म से इतना ज्यादा नहीं जुड़े हुए हो।’ इसके बाद अदालत ने आरोपी को 25 हजार रुपए का मुचलका भरने का निर्देश दिया। बता दें कि आज देशभर में कृष्ण जन्माष्टमी मनायी जा रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि चीफ जस्टिस ने इसी के चलते सुनवाई के दौरान उक्त टिप्पणी की।

वहीं सुप्रीम कोर्ट ने आज एक बड़ा फैसला देते हुए कहा है कि पिता की पैतृक संपत्ति में बेटी और बेटे का बराबर हक है। कोर्ट ने कहा कि बेटी जन्म के साथ ही पिता की संपत्ति में बराबर की हकदार हो जाती है। तीन जजों की पीठ ने कहा कि भले ही पिता की मृत्यु हिंदू उत्तराधिकार (संशोधन) कानून, 2005 के लागू होने से पहले हो गई हो, फिर भी उनकी संपत्ति में बेटियों का भी अधिकार होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में ये भी कहा कि यदि कानून संशोधन से पहले बेटी की मृत्यु हो गई है तो  भी उसके पिता की पैतृक संपत्ति में उसका हक बना रहेगा। इसका मतलब ये है कि यदि बेटी के बच्चे चाहें तो वो नाना की पैतृक संपत्ति में अपना दावा ठोक सकते हैं।

सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट को इस बात पर फैसला देना है कि इस मामले की जांच सीबीआई करेगी या फिर राज्य पुलिस। वहीं ईडी ने सुशांत सिंह राजपूत की बहन मीतू सिंह के बयान दर्ज किए हैं।