कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘सूट बूट की सरकार’ के कटाक्ष का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कड़ा जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से सूट बूट, सूटकेस की तुलना में अधिक स्वीकार्य है। मोदी ने यह भी कहा कि विवादास्पद भूमि अधिग्रहण विधेयक उनके लिए जीवन और मरण का सवाल नहीं है। लिहाजा वे कोई भी सुझाव स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।

मोदी ने कहा कि साठ सालों तक शासन करने के बाद कांग्रेस को अचानक गरीबों की याद आई है। कांग्रेस की अदूरदर्शी नीतियों के कारण इस देश के लोगों ने परेशानियां सही हैंऔर लोग गरीब के गरीब हैं। क्या कोयला और स्पेक्ट्रम घोटालों या सीडब्लूजी घोटाले से गरीबों को फायदा हुआ? हर किसी को पता है कि फायदा किसको हुआ। कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों और ठेकेदारों को।

मोदी ने कहा-भूमि विधेयक का विरोध पूरी तरह अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार ने निजी उद्योग के लिए कोई बदलाव नहीं किए हैं। हमने केवल राज्यों की मांग के मद्देनजर बदलाव किए हैं। इन बदलावों का लाभ सिंचाई, आवास, विद्युतीकरण और साथ ही बेहतर सामाजिक ढांचे के रूप में ग्रामीण गरीबों को भी मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने पूर्व सैनिकों के लिए ‘एक रैंक, एक पेंशन’ के मुद्दे पर चल रहे विवाद के संबंध में कहा- हम ओआरओपी के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन हम ओआरओपी की परिभाषा के संबंध में रक्षाकर्मियों से विचार विमर्श कर रहे हैं।