बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि मनी लांड्रिग एक्ट के मामले में उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की जांच होनी चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जांच कराने से पहले मोदी को चाहिए कि अफसरों का बैकग्राउंड जांच लें।
सांसद ने तंज कसते हुए अडानी को ट्रपीज आर्टिस्ट करार दिया। उनका कहना था कि अडानी की जांच में ऐसे अफसरों को लगाया जाना जरूरी है जो निष्पक्ष हों और दबाव न मानते हो। बकौल स्वामी, अडानी बेहद शातिर है और अफसरों के मिलीभगत कर साक्ष्यों को नष्ट भी कर सकता है। जब एक यूजर ने स्वामी से पूछा कि अडानी ग्रुप ने सभी आरोपों को खारिज किया है तो उनका कहना था कि वो केवल मनी लांड्रिंग की बात कर रहे हैं। यूजर को नसीहत दे उन्होंने कहा कि गोल पोस्ट चेंज मत करिए।
गौतम अडानी के Adani Group के शेयरों में गिरावट, अडाणी एंटरप्राइजेज 25% टूटा
अकाउंट फ्रीज होने की खबर से अडानी ग्रुप को कुछ ही मिनटों में हुआ 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान
वैसे ये पहला मौका नहीं है जब राज्यसभा सांसद ने अडानी पर हमला बोला है। इससे पहले भी वो उन पर निशाना साधते रहे हैं। इसी साल जनवरी में उन्होंने गौतम अडानी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अडानी ग्रुप पर बैंकों का 4.5 लाख करोड़ का एनपीए है। उन्होंने चुनौती देकर कहा कि अगर वो गलत हैं तो दुरुस्त करें।
स्वामी का कहना था कि अडानी की संपत्ति 2016 के बाद से हर दो साल में दोगुनी हो रही है तो वो बैंकों का कर्ज क्यों नहीं चुकाते। फिर उन्होंने कटाक्ष कर कहा था कि जैसे उन्होंने छह एयरपोर्ट खरीदे हैं शायद वो सोच रहे होंगे कि जल्दी ही वो उन बैंकों को भी खरीद लेंगे जिनकी तरफ उनकी देनदारी बनती है।
इससे पहले मार्च में स्वामी ने भड़कते हुए गौतम अडानी पर तब हमला बोला था जब उद्योगपति ने म्यांमार की सेना के साथ एक डील की थी। स्वामी ने मानवाधिकारों का मामला उठाते हुए कहा था कि क्या ये बात पीएम मोदी को इस नजदीकी दोस्त को पता नहीं है?
I have seen evidence of the violations by the Trapese Artist Adani of the Prevention of Money Laundering Act, a matter for the Enforcement Directorate to prosecute. But PM Modi must get a background check of ED top officials before ED prosecution is launched to avoid sabotage
— Subramanian Swamy (@Swamy39) June 14, 2021
गौरतलब है कि नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड ने Albula Investment Fund, Cresta Fund and APMS Investment Fund के अकाउंट्स फ्रीज कर दिए हैं। यह खबर भारत और एशिया के दूसरे सबसे बड़े रईस गौतम अडानी के लिए अच्छी नहीं है। इन विदेशी फंड के पास अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों के 43,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के शेयर हैं।
NSDL की वेबसाइट के मुताबिक इन अकाउंट्स को 31 मई को या उससे पहले फ्रीज किया गया था। इस खबर के बाद भारतीय शेयर बाजार में अडानी ग्रुप की कपंनियों में भारी गिरावट देखी जा रही है। अडानी की 6 में से 5 कंपनियों इस खबर के बाद लोअर सर्किट लग गया। इन तीनों की अडानी एंटरप्राइजेज में 6.82 फीसदी, अडानी ट्रांसमिशन में 8.03 फीसदी, अडानी टोटल गैस में 5.92 फीसदी और अडानी ग्रीन में 3.58 फीसदी हिस्सेदारी है।