राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी अपने ही पक्ष के लोगों की तीखी आलोचना करने के लिए जाने जाते हैं। सरकार पर वह अकसर प्रहार करते रहते हैं। अब चीन को लेकर उन्हों पीएम मोदी को नसीहत दी है। स्वामी ने एक ट्वीट में कहा, ‘जैसा कि मीडिया में रिपोर्ट किया गया है कि पीएम मोदी SCO, BRICS और G20 सम्मेलन के दौरान शी जिनपिंग से ऑनलाइन मीटिंग करने को तैयार हो गए हैं। पीएम मोदी को ऐसी किसी बैठक में हिस्सा नहीं लेना चाहिए और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को प्रतिनिधित्व करना चाहिए। उन्हें चीन से पीछे हटने के लिए कहना चाहिए।’
दरअसल भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर कई बार बातचीत कर हल निकालने की कोशिश हो चुकी है लेकिन अब तक कोई पुख्ता समाधान निकलता नहीं दिख रहा है। चीन कई बार भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश भी कर चुका है लेकिन भारतीय जवानों ने उन्हें वापस खदेड़ृ दिया। पूर्वी लद्दाख में तनाव कायम है और दोनों ही तरफ से हथियारों से लैस सेनाएं मोर्चा संभाले हुए हैं।
सुब्रमण्यन स्वामी किसी पर भी तंज कसने में कसर नहीं छोड़ते हैं। पिछले दिनों जब पत्रकार आशीष के सिंह ने लिखा कि कोई सीधे तौर पर चीन का का नाम नहीं ले रहा तो स्वामी ने कहा था, ‘पत्नियां अपने पति का नाम नहीं लेती हैं।’ 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी और शी के बीच 18 बार मुलाकात हो चुकी है। 2014 में ही ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं की मुलाकात हो गई थी। बाद में शी भारत आए और अहमदाबाद में उनका भव्य स्वागत किया गया। 2015 में मोदी चीन की यात्रा पर पहली बार गए। 2016 में दोनों नेताओं की उजबेकिस्तान में मुलाकात हुई।
PM has, as reported in media, agreed to meet online, with Xi Jingping in scheduled Head of Governments meetings of SCO, BRICS, and G20 in November. PM should not participate in such meetings but ask our Defence Minister to represent India & tell China to vacate.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 3, 2020
2016 में जी20 सम्मेलन में भी दोनों की मुलाकात हुई। 2018 में पीएम मोदी फिर चीन की यात्रा पर गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुल पांच बार चीन के दौरे पर जा चुके हैं। दोनों नेताओं की इतनी मुलाकातों के बावजूद सीमा पर तनाव कायम है और बातचीत के जरिए दोनों देश सहमति पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। एनएस नाम के एक यूजर ने स्वामी को रिप्लाइ किया, मुझे पता है कि आप चीनी राष्ट्रपति से मिलने से इनकार कर सकते हैं। पीएम मोदी को रास्ता खाली कर देना चाहिए और आपको प्रधानमंत्री बना देना चाहिए।