Wayanad Landslide: केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई को आए भूस्खलन ने भारी तबाही मचाकर रख दी है। इसमें अब तक 300 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में भारतीय सेना पूरे जी जान से जुटी हुई है। सेना के अलावा एनडीआरएफ-एसडीआरएफ और तमाम संगठन फंसे लोगों को निकालने में लगे हुए हैं। इसी बीच, एक दिल को छू लेने वाला लेटर सामने आया है। यह भावुक करने वाला लेटर किसी और ने नहीं बल्कि क्लास थर्ड के एक स्टूडेंट ने लिखा है। उस लेटर में उसने लिखा कि वह सेना की कोशिशों को देखते हुए बड़ा होकर सेना में जाना चाहता है।
मास्टर रेयान ने लिखा कि प्रिय भारतीय सेना, मेरे प्यारे वायनाड में भारी भूस्खलन हुआ, जिससे तबाही और विनाश हुआ। मुझे आपको मलबे में फंसे लोगों को बचाते हुए देखकर गर्व और खुशी महसूस हुई। मैंने अभी-अभी वह वीडियो देखा जिसमें आप अपनी भूख मिटाने के लिए बिस्कुट खा रहे थे और पुल बना रहे थे। उस दृश्य ने मुझे बहुत प्रभावित किया और मैं एक दिन भारतीय सेना में शामिल होकर अपने देश की रक्षा करने की इच्छा रखता हूं।
देश की रक्षा करना चाहता है रेयान
अपने खूबसूरत चाय बागानों के लिए मशहूर वायनाड में भूस्खलन 2018 में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद सबसे भयानक था। इसमें भी करीब 400 लोगों की जान चली गई थी। रेयान ने बताया कि पुल बनाते समय खुद को जिंदा रखने के लिए बिस्किट खाते सैनिकों का एक वीडियो देखकर वह बहुत भावुक हो गया। उसने कहा कि मैं एक दिन भारतीय सेना में शामिल होकर अपने देश की रक्षा करना चाहता हूं।
भारतीय सेना ने भी दिया जवाब
इंडियन आर्मी ने भी क्लास थर्ड के स्टूडेंट रेयान के पत्र का जवाब दिया है। सेना ने रेयान के पत्र के लिए उसे धन्यवाद दिया। भारतीय सेना ने जवाब में कहा कि आपके दिल को छू लेने वाले शब्दों ने हमें गहराई से छुआ है। घटना के समय में हमारा लक्ष्य आशा की किरण बनना है और आपका पत्र इस मिशन की पुष्टि करता है। आप जैसे नायक हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करते हैं। हम उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जब आप वर्दी पहनेंगे और हमारे साथ खड़े होंगे। हम सब मिलकर अपने देश को गौरवान्वित करेंगे।