Delhi-NCR Earthquake News दिल्ली एनसीआर में मंगलवार दोपहर भूकंप के तेज झटके लगे। दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर अचानक धरती हिलनी शुरू हुई। उसके बाद कुछ सेकेंड तक कंपन लगातार जारी रहा। लोग इस दौरान अपने अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित जगहों की तरफ जाते दिखे। खबरों के मुताबिक भूकंप के झटके सारे उत्तर भारत में महसूस किए गए। उत्तराखंड के साथ उत्तर प्रदेश में भी लोग सुरक्षित जगहों पर भागते दिखे।
मेट्रोलॉजी के मुताबिक रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 आंकी गई है। बताया गया कि भूकंप के दो झटके एक के बाद एक करके महसूस हुए। पहला झटका दोपहर 2.25 बजे पर आया। जबकि दूसरा 2.50 मिनट के आसपास। पहला झटका दूसरे से कुछ कम तीव्रता का था। उसकी तीव्रता 4.6 थी वहीं दूसरे की तीव्रता 6.2 रही। महकमे का कहना है कि भूकंप का केंद्र नेपाल के कांडा में था। एक रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल के बाझंग जिले मेें भूकंप की वजह से कुछ भवनों को नुकसान भी पहुंचा।
एएनआई की खबर के मुताबिक नेपाल में आए भूकंप की वजह से दिल्ली एनसीआर में झटके लगे। 2.25 बजे नेपाल में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया था। उसके बाद दिल्ली एनसीआर में तेज झटके लगे। भूकंप इतना तीखा था कि घरों में लोगों को चीजें हिलती दिखीं। उसके बाद लोग घर से बाहर की तरफ भागे।
#WATCH | Few buildings in Bajhang district suffer damage after 6.2 magnitude earthquake strikes Nepal
(Source: API-Nepal) pic.twitter.com/t7Bn90MNEe
— ANI (@ANI) October 3, 2023
डच रिसर्च संस्था के दावे से सोशल मीडिया पर मचा बवाल
उससे पहले मंगलवार को एक डच रिसर्च आर्गनाइजेशन ने पाकिस्तान के लोगों को दहला दिया। दरअसल उसका दावा है कि पाकिस्तान में तेज भूकंप आ सकता है। उसका ये दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पाकिस्तान की सरकार भी उसके बाद अलर्ट मोड में आ गई। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह से भूकंप को नहीं आंका जा सकता। लेकिन डच संस्था के खुलासे के बाद ईरान में भी हलचल मची।
#WATCH | Uttar Pradesh | People rushed out of their buildings in Lucknow as strong tremors were felt in different parts of north India.
As per National Centre for Seismology, an earthquake with a magnitude of 6.2 on the Richter Scale hit Nepal at 2:51 pm today. pic.twitter.com/CDTEtKVhJy
— ANI (@ANI) October 3, 2023
सोलर सिस्टम जियोमैट्री सर्वे नाम की संस्था का कहना है कि 30 सितंबर को उसने रिकार्ड किया कि धरती में हलचल हो रही है। ये संकेत है खतरनाक और तेज भूकंप के। संस्था ने ये भी कहा कि हम नहीं कह सकते कि भूकंप कब और कितनी तीव्रता का आएगा।