Delhi Yamuna Water Level: दिल्ली में यमुना नदी बुधवार सुबह फिर खतरे के निशान को पार कर गई। बढ़ता हुआ जलस्तर एक बार फिर दिल्ली वालों के लिए चिंता की वजह बना हुआ है। यमुना के जलस्तर को लेकर केंद्रीय बाढ़ कक्ष के एक अधिकारी ने बताया, ‘यमुना का जलस्तर वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण बढ़ रहा है।’ मंगलवार को यमुना का पानी यमुना बाजार के रिहायशी इलाके में घुस गया।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यमुना बाजार में घरों में पानी घुसने के बाद वहां रहने वाली ममता सिंह ने कहा, “हमारे घर का सब कुछ, हमारा फ्रिज, हमारा कूलर, हमारे कपड़े, हमारा फर्नीचर बर्बाद हो गया है। हमें सब कुछ दोबारा खरीदना होगा, जो अभी हमारे लिए नामुमकिन है।” यहां के लोगों को निकालकर अस्थायी कैंप में ले जाया गया है।

सीएम रेखा गुप्ता ने यमुना बाजार का किया दौरा

दिल्ली रेखा गुप्ता ने मंगलवार को कहा कि शहर में बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है और यमुना का जलस्तर एक-दो दिन में कम हो जाएगा। मुख्यमंत्री गुप्ता ने यमुना बाजार के आसपास के निचले इलाकों का दौरा किया, जहां पानी घरों में घुस गया है। उन्होंने जलमग्न सड़कों से गुजरते हुए लोगों से बात की और उनका हालचाल पूछा था। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि बाढ़ की आशंका को देखते हुए सोलर लाइट की व्यवस्था की जा रही है।

रिहायशी इलाके में घुसा यमुना नदी का पानी

सरकार ने किए ये खास इंतजाम

लाइट के झटकों से बचने के लिए बिजली भी काट दी है। इसकी वजह से लोगों को और भी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। एक छात्र ने कहा, “लोग काम पर या स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, उन्होंने सुबह से ठीक से खाना नहीं खाया है, और गलियों में चलना खतरनाक है। हमें पानी में सांप भी दिखाई दे रहे हैं।” 30 साल की गृहिणी रानी पानी में नंगे पांव खड़ी हैं और कहती हैं, “बिजली कटना तो समझ में आता है, लेकिन अब तो रोशनी ही नहीं है। गलियां सांपों से भरी हैं। मेरे बच्चे यहां कैसे चल पाएंगे?” दिल्ली सरकार ने हालात को देखते हुए नदी के किनारे सोमवार की रात से ही तंबू लगा दिए हैं। इनमें सोनिया विहार, कश्मीरी गेट बस अड्डे के पास, गीता कॉलोनी फ्लाईओवर पर और पूर्वी दिल्ली में दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाईओवर के पास शामिल हैं।