PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 115वें एपिसोड में सरदार पटेल और बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने की बात कही। उन्होंने इन्हें याद करते हुए कहा कि भारत में हर युग में कुछ चुनौतियां आई और हर युग में ऐसे असाधारण भारतवासी जन्मे, जिन्होंने इन चुनौतियों का सामना किया। साथ ही, उन्होंने डिजिटल अरेस्ट जैसे फ्रॉड से बचने के लिए तीन स्टेप रुको, सोचो और एक्शन लो अपनाने की बात कही।

पीएम मोदी ने कहा, ‘डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई व्यवस्था कानून में नहीं है, ये सिर्फ फ्रॉड है, फरेब है, झूठ है, बदमाशों का गिरोह है और जो लोग ऐसा कर रहे हैं, वो समाज के दुश्मन हैं। डिजिटल अरेस्ट के नाम पर जो फरेब चल रहा है, उससे निपटने के लिए तमाम जांच एजेंसियां, राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। इन एजेंसियों में तालमेल बनाने के लिए नेशनल साइबर को-ऑर्डिनेशन की स्थापना की गई है।’

लोगों ने अपनी मेहनत के कमाए हुए लाखों रुपये गवां दिए

पीएम मोदी ने कहा, ‘ डिजिटल अरेस्ट के शिकार होने वालों में हर वर्ग, हर उम्र के लोग हैं। लोगों ने डर की वजह से अपनी मेहनत से कमाए हुए लाखों रुपए गवां दिए हैं। कभी भी आपको इस तरह का कोई कॉल आए तो आपको डरना नहीं है। आप को पता होना चाहिए कोई भी जांच एजेंसी, फोन कॉल या वीडियो कॉल पर इस तरह पूछताछ कभी भी नहीं करती।

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पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट जैसे फ्रॉड से बचने के लिए तीन स्टेप बताए

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं आपको डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण बताता हूं। ये तीन चरण हैं- ‘रुको सोचो-एक्शन लो’। कॉल आते ही, ‘रुको’ घबराएं नहीं, शांत रहें, जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं, किसी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें, संभव हो तो स्क्रीनशॉट लें और रिकॉर्डिंग जरूर करें। दूसरा चरण है ‘सोचो’- कोई भी सरकारी एजेंसी फोन पर ऐसे धमकी नहीं देती, न ही वीडियो कॉल पर पूछताछ करती है, न ही ऐसे पैसे की मांग करती है अगर डर लगे तो समझिए कुछ गड़बड़ है। तीसरा चरण – ‘एक्शन लो’।

पीएम मोदी ने अपने यादगार पलों को भी किया साझा

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पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा, ‘अगर आप मुझसे पूछें कि मेरे जीवन के सबसे यादगार पल क्या रहे, तो कितने ही वाकये याद आते हैं। लेकिन इसमें भी एक पल खास है। वो पल था जब पिछले साल मैं 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती पर उनकी जन्म स्थली झारखंड के उलिहातू गांव गया। इस यात्रा का मुझपर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा। मैं देश का पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसे इस पवित्र भूमि की मिट्टी को अपने मस्तक से लगाने का सौभाग्य मिला।’ पीएम मोदी ने आगे कहा, ’31 अक्टूबर से सरदार पटेल की 150वीं जन्म जयंती का वर्ष शुरु होगा। इसके बाद 15 नवंबर से भगवान बिरसा मुंडा का 150वां जन्मजयंती वर्ष शुरु होगा। इन दोनों महापुरुष ने अलग-अलग चुनौतियां देखी, लेकिन, दोनों का विजन एक था ‘देश की एकता’।