पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से एक महीने पहले एक न्यूज वेबसाइट द्वारा किए गए स्टिंग में तृणमूल कांग्रेस के टॉप लीडर्स रिश्वत लेते हुए दिखाई दिए हैं। स्टिंग में स्टेट मिनिस्टर सुब्रता मुखर्जी और फरहाद हाकिम सहित टीएमसी के 11 नेता घूस लेते हुए वीडियो में साफ दिख रहे हैं। स्टिंग में दिखाया गया है कि ये नेता चेन्नई की एक फर्जी कंपनी के प्रतिनिधि से राज्य में बिजनेस करने के लिए घूस ले रहे हैं। स्टिंग नारद न्यूज नाम की वेबसाइट ने किया है। वेबसाइट ने साल 2014 में एक इम्पेक्स कंस्लटेंसी नाम से एक काल्पनिक कंपनी बनाई। इस कंपनी के पक्ष में काम करवाने के लिए कई नेताओं से संपर्क किया। वेबसाइट का दावा है कि नेताओं को रिश्वत देने में उनके एक करोड़ रुपए से ज्याद खर्च हो गए हैं। यह स्टिंग जनवरी 2014 से 2016 के बीच शूट किया गया है।

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने इस स्टिंग को बदले की भावना करार दिया है। उन्होंने संकेत दिए हैं कि पार्टी वेबसाइट के खिलाफ ‘छेड़छाड़ वाले वीडियो’ प्रसारित करने के आरोप में मानहानि का केस दर्ज करवाएगी। एक बयान में ब्रायन ने कहा कि हम लोग पूरी तरह से पारदर्शी हैं और बंगाल के लोग इस बात को जानते हैं। हम लोग चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। हमारे राजनीतिक विरोधी यह जानते हैं कि वे हमे किसी भी तरह से नहीं हरा सकते, इसलिए उन्होंने डरकर इन फर्जी वीडियो के सहारा हमारी छवि खराब करने की कोशिश की है।

पूर्व रेल मंत्री मुकुल रॉय टीएमसी के बड़े नेता हैं, रॉय को भी घूस लेते हुए स्टिंग में दिखाया गया है। हालांकि, वीडियो में रॉय घूस के बीस लाख रुपए खुद नहीं लेते, बल्कि अपनी पार्टी के किसी अन्य युवक को वह रकम देने के लिए कहते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुल्तान अहमद सहित कई मेयर्स और पार्टी नेताओं को घूस लेते हुए इस स्टिंग में दिखाया गया है। इन्हें फर्जी कंपनियों के प्रतिनिधियों से 5,10,20 लाख रुपए लेते हुए दिखाया गया है।