स्टर्लिंग बायोटेक घोटाला मामले में ईडी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल से तीन दिनों में 26 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की है। इस दौरान अहमद पटेल से 128 सवाल पूछे गए। गुरुवार को ईडी ने करीब 8 घंटे तक अहमद पटेल से पूछताछ की। वहीं मंगलवार को पटेल से 10 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई। बीते शनिवार को दिल्ली स्थित अहमद पटेल के आवास पर ईडी ने पटेल से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की थी।
बता दें कि अहमद पटेल से यह पूछताछ स्टर्लिंग बायोटेक के प्रमोटर चेतन संदेसारा और नितिन संदेसारा से सबंधित मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुई है। वहीं ईडी द्वारा पूछताछ किए जाने पर अहमद पटेल ने कहा है कि “मैंने सभी सवालों के जवाब दिए हैं। उन्होंने मुझे कहा है कि अब सवाल पूरे हो चुके हैं। सभी सवाल आरोपों पर आधारित थे और उनके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है।”
अहमद पटेल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “राजनैतिक रूप से मेरा उत्पीड़न किया जा रहा है। मैं नहीं जानता कि वो (ईडी) किसके इशारे पर काम कर रहे हैं।” इससे पहले अपने एक बयान में ईडी द्वारा पूछताछ किए जाने को लेकर अहमद पटेल ने कहा था कि “कोरोना माहमारी और चीन से लड़ने के बजाय सरकार विपक्षी पार्टियों से लड़ रही है। हमारा साफ कहना है कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और ना ही हम सरकार की असफलता और उनके पिछले घोटालों को उजागर करने से डरेंगे।”
ईडी ने अहमद पटेल से PMLA (Prevention of Money Laundering) कानून के तहत पूछताछ की है और उनका बयान रिकॉर्ड कर लिया है। दरअसल स्टर्लिंग बायोटेक घोटाले में पूछताछ के दौरान अहमद पटेल का नाम सामने आया था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, ईडी द्वारा पूछताछ में अहमद पटेल से स्टर्लिंग बायोटेक के प्रमोटर चेतन संदेसारा और नितिन संदेसारा से कथित संबंधों को लेकर सवाल किए गए।
रिपोर्ट के अनुसार, संदेसारा ग्रुप के एक कर्मचारी सुनील यादव से पूछताछ में अहमद पटेल, उनके बेटे फैसल पटेल और दामाद इरफान सिद्दीकी का नाम सामने आया था। सुनील ने कथित तौर पर बताया कि चेतन संदेसारा अहमद पटेल और उनके दामाद को बड़ी मात्रा में नकदी सौंपते थे और अहमद पटेल के घर पर कई बार मीटिंग्स भी हुई हैं।
दिल्ली के वसंत विहार में संदेसारा भाईयों द्वारा एक प्रॉपर्टी भी खरीदी गई थी, जो कि फिलहाल इरफान सिद्दीकी के कब्जे में बतायी जा रही है। ईडी इस मामले की भी जांच करेगी। बता दें कि हजारों करोड़ रुपए के बैंक घोटाले में चेतन संदेसारा, नितिन संदेसारा और दीप्ती संदेसारा आरोपी हैं और फिलहाल ये तीनों देश छोड़कर फरार हो चुके हैं।