मुरादाबाद लोकसभा सीट पर सपा कैंडिडेट को लेकर मंगलवार से जारी कयास उस समय समाप्त हो गए, जब जिले के डीएम ने यह ऐलान किया कि रुचि वीरा समाजावादी पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी हैं। सपा नेता एसटी हसन अचानक बिना किसी जानकारी के टिकट काटे जाने से निराश नजर आए। एसटी हसन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अखिलेश यादव पार्टी के मालिक हैं, जिसको चाहें लड़ाएं जिसको जाएं न लड़ाएं।

मीडिया से बातचीत में एसटी हसन ने रुचि वीरा को प्रत्याशी घोषित किए जाने पर कहा कि उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, “पार्टी है, पार्टी के मालिक हैं, जिसको चाहे लड़ाएं, जिसको चाहे न लड़ाएं।”

उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए कहा, “हिंदुस्तान की तारीख में इस वक्त मुसलमान सबसे ज्यादा दुखी है 75 साल के इतिहास में, अखिलेश यादव ने ही मुझे संसद में भेजा था… जो इंसाफ की बात होगी वही तो मैं करूंगा, मैंने हमेशा नफरत की राजनीति की निंदा की है। मेरे साथ बहुत बड़ी तादाद में हिंदू भी जुड़े हुए हैं जो प्यार मोहब्बत चाहते हैं। हम नफरत की राजनीति के खिलाफ है… टिकट होना, ना होना एसटी हसन की शख्सियत को खत्म नहीं कर देगा।”

एसटी हसन ने कहा कि डीएम साहब द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रुचि वीरा ही समाजवादी पार्टी की आधिकारिक प्रत्याशी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि इस दौरान उन्होंने कहा कि वो मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की विचारधारा के साथ रहेंगे।