समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने दावा किया कि जो बीजेपी के समर्थन में बोल देता है, उसके घर ईडी नहीं जाती है। एक टीवी डिबेट में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अजित पवार और शुभेंदु के खिलाफ कई केस थे, लेकिन बीजेपी में शामिल होते ही इनके सारे मुकदमे वापस ले लिए गए।
उन्होंने कहा, “शरद पवार के भतीजे अजित पवार के खिलाफ कई मुकदमे थे लेकिन भाजपा के समर्थन में आते ही उनके मुकदमे वापस ले लिए गए। इसी तरह पश्चिम बंगाल में शुभेंदु टीएमसी से बीजेपी में आए तो उनके मुकदमे भी वापल ले लिए गए। ऐसे सैकडों उदाहरण हैं, जो बीजेपी के समर्थन में बोल देता है, उनके घर ना ईडी जाती है, ना पुलिस और ना ही न्यायालय के नोटिस जाते हैं। ये बीजेपी ने लोकतंत्र का मजाक बनाकर रख दिया है।”
उन्होंने कहा कि मुझे ये कहने का कोई अधिकारी नहीं कि सोनिया गांधी या राहुल गांधी ने कोई गड़बड़ी की है या नहीं, लेकिन इतना दावे के साथ कह सकता हूं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ईडी और इनकम टैक्स की कोई साख छोड़ी नहीं है कोई विश्वसनीयता नहीं रह गई है।
सपा प्रवक्ता के दावे पर एंकर अमिष देवगन ने टोकते हुए कहा कि अखिलेश यादव और आप बीजेपी के खिलाफ बोलेते हैं और पीएम मोदी की नीतियों की आलोचना करते हैं, आपके यहां कभी ईडी आई आज तक?
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की हार को लेकर भी डिबेट में चर्चा हुई। इस पर राजुकमार भाटी ने कहा कि 1950 से अब तक जितने राष्ट्रपति के चुनाव हुए हैं उनका अगर अध्ययन किया होता तो, इस बात पर इतना जोर ना दिया जाता कि बहुत बड़ी हार हुई है या बहुत बड़ी जीत हुई है।
उन्होंने आगे कहा, “एक दो चुनाव को छोड़कर बाकी सब चुनाव में लगभग यही प्रतिशत रहा है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद को दूसरे चुनाव में 99.56 प्रतिशत वोट मिला था और बाकी चुनावों में भी ऐसा ही रहा। ये तो चुनाव का प्रचलन है, एनडीए इस वक्त सत्ता में है और द्रौपदी मुर्मू उनकी प्रत्याशी थीं, तो उनता जीतना निश्चित था, लेकिन चुनाव लड़ना भी जरूरी था लोकतंत्र की रक्षा के लिए। हम लोगों ने हिम्मत दिखाई और एक परंपरा का पालन किया।”