Yogi Adityanath Attacks Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे उपचुनाव के लिए मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, सपा और बीजेपी के बीच जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे प्रदेश में उपचुनाव वाली सीटों पर ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर रहे हैं तो दूसरी ओर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी अपनी पार्टी को जिताने के लिए पूरा जोर लगाया हुआ है।
उपचुनाव वाली सभी 9 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होनी है और 23 नवंबर को मतों की गिनती होगी।
इन 9 सीटों पर हो रहा है उपचुनाव
विधानसभा सीट का नाम | संबंधित लोकसभा |
कटेहरी | अंबेडकर नगर |
मझवां | मिर्जापुर |
मीरापुर | मुजफ्फरनगर |
सीसामऊ | कानपुर नगर |
करहल | मैनपुरी |
फूलपुर | फूलपुर |
खैर | अलीगढ़ |
कुंदरकी | मुरादाबाद |
गाजियाबाद | गाजियाबाद |
योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मिर्जापुर में आयोजित एक चुनावी रैली में कहा कि समाजवादी पार्टी अपराधियों को पालने का प्रोडक्शन हाउस बन गई है और इस प्रोडक्शन हाउस में हर दुर्दांत माफिया, दुष्कर्मी और अपराधी पैदा होता है। योगी ने हमले को धार देते हुए कहा कि इस प्रोडक्शन हाउस के सीईओ अखिलेश यादव हैं।
योगी ने विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन लोगों ने झूठ बोला था कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद खातों में 1 लाख रुपये खटाखट आएंगे उनका झूठ बेनकाब हो गया है। हिंदुत्व की राजनीति के बड़े चेहरे योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें बंटना नहीं है और एकजुट रहना है।
योगी बोले- एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे
CM योगी ने हरियाणा में बीजेपी को मिली जीत का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां की जनता ने फैसला ले लिया है और सत्ता में बीजेपी की वापसी हुई है। योगी ने अपील की कि एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे के भाव के साथ बीजेपी और एनडीए के प्रत्याशियों को इस उपचुनाव में जीत दिलाएं।
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के साथ ही झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी धुआंधार चुनावी रैलियां कर रहे हैं और वहां भी उन्होंने बंटेंगे तो कटेंगे वाले नारे को दोहराया है।
अखिलेश ने दिया था जवाब
कुछ दिन पहले सीएम योगी ने अपनी एक सभा में नारा दिया था- ‘जहां दिखे सपाई… वहां बिटिया घबराई’। उनके इस बयान के बाद अखिलेश यादव ने योगी को निशाने पर लेते हुए कहा था कि डरे हुए इंसान की सबसे बड़ी पहचान होती है उसकी नकारात्मक बातें। अखिलेश ने कहा था कि अगर प्रतिशत में समझो तो ‘सौ की सौ’, भाजपा उपचुनाव में हार रही ‘नौ की नौ’। अखिलेश ने कहा था कि जो अपने से बड़ा किसी को नहीं समझते, वो कैसे योगी हैं? उन्होंने कहा था कि हमारे यहां जो जितना बड़ा संत होता है, उतना कम बोलता है।
लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद सपा-कांग्रेस गठबंधन के हौसले बुलंद हैं जबकि बीजेपी चुनाव में हार का बदला लेना चाहती है। लोकसभा चुनाव के नतीजों में सपा की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को बड़ी शिकस्त दी थी।
राजनीतिक दल | 2024 में मिली सीटें | 2019 में मिली सीटें |
बीजेपी | 33 | 62 |
सपा | 37 | 5 |
कांग्रेस | 6 | 1 |
बीएसपी | 0 | 10 |
रालोद | 2 | – |
अपना दल (एस) | 1 | 2 |
आजाद समाज पार्टी(कांशीराम) | 1 | – |
उपचुनाव को लेकर बीजेपी कितनी गंभीर है इसे इस बात से समझा जा सकता है कि बीजेपी ने हर विधानसभा सीट के लिए न सिर्फ राज्य सरकार के मंत्रियों को बल्कि मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों को भी प्रभारी बनाया है। उपचुनाव का नोटिफिकेशन जारी होने से पहले ही योगी आदित्यनाथ ने चुनावी रैलियों को संबोधित करना शुरू कर दिया था।